बेंगलुरु से भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने कर्नाटक की गायिका शिवश्री स्कंदप्रसाद से शादी की
क्या है खबर?
कर्नाटक में बेंगलुरु दक्षिण से भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या गुरुवार को शादी के बंधन में बंध गए। उन्होंने एक पारंपरिक समारोह में कर्नाटक की गायिका और भरतनाट्यम कलाकार शिवश्री स्कंदप्रसाद से विवाह किया है।
सोशल मीडिया में आई तस्वीरों में स्कंदप्रसाद लाल-मैरून रंग की साड़ी और सूर्या सफेद और सुनहरे रंग की पारंपरिक पंचे (लुंगी), अंगवस्त्रम और पेटा (टोपी) पहने दिख रहे हैं।
सूर्या दूसरी बार लोकसभा सांसद बने हैं और भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष हैं।
ट्विटर पोस्ट
तेजस्वी सूर्या ने शादी की
बेंगलुरु दक्षिण से सांसद श्री @Tejasvi_Surya जी एवं संगीत गायिका, भरतनाट्यम की प्रसिद्ध कलाकार शिवश्री स्कंदप्रसाद जी के शुभ विवाह समारोह में सम्मिलित होकर नवदंपत्ति को उनके मंगलमय दांपत्य जीवन के लिए शुभकामनाएँ व आशीर्वाद प्रदान किया। pic.twitter.com/S7n531yxmn
— Arjun Ram Meghwal (@arjunrammeghwal) March 6, 2025
परिचय
कौन हैं शिवश्री स्कंदप्रसाद?
स्कंदप्रसाद एक भरतनाट्यम नृत्यांगना हैं, जिन्होंने सस्त्र विश्वविद्यालय से बायोइंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री पूरी की, लेकिन अपना करियर कला के क्षेत्र में बनाने का विकल्प चुना।
उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से भरतनाट्यम और मद्रास संस्कृत कॉलेज से डिग्री हासिल की है। इंस्टाग्राम पर उनके 1.13 लाख से ज्यादा और यूट्यूब पर 2 लाख से ज्यादा फ़ॉलोअर हैं।
वह फिल्म निर्माता मणिरत्नम की फिल्म फ्रैंचाइज 'पोन्नियिन सेलवन' में अपने गानों के लिए लोकप्रिय हैं। उन्होंने कन्नड़ में राम भजन गाया है।
प्रशंसा
प्रधानमंत्री मोदी भी कर चुके हैं स्कंदप्रसाद की प्रशंसा
स्कंदप्रसाद की प्रशंसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं।
पिछले साल जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक समारोह से पहले मोदी ने प्रशंसा करते हुए एक्स पर लिखा था, 'शिवश्री स्कंदप्रसाद द्वारा कन्नड़ में प्रस्तुत यह प्रस्तुति प्रभु श्रीराम के प्रति भक्ति की भावना को खूबसूरती से उजागर करती है। इस तरह के प्रयास हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने में एक लंबा रास्ता तय करते हैं।'
उनके कई गीत काफी लोकप्रिय हैं।
जानकारी
कैसे हुई सूर्या और स्कंदप्रसाद की पहचान?
स्कंदप्रसाद चेन्नई की रहने वाली हैं। दोनों की सगाई इस साल की शुरूआत में हुई थी। सूर्या और स्कंदप्रसाद की मुलाकात एक कार्यक्रम के दौरान हुई थी। दोनों के बीच दोस्ती बढ़ी और प्यार में बदल गई। वे श्रीश्री रविशंकर के आश्रम भी पहुंचे थे।