
मोहाली में अरविंद केजरीवाल बोले- मेरे योगदान के लिए मुझे नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए
क्या है खबर?
आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने लिए नोबेल पुरस्कार की इच्छा जताई है। बुधवार को मोहाली में एक किताब के विमोचन में केजरीवाल ने कहा, "जितने दिन हमारी सरकार (दिल्ली में) रही, हमें काम नहीं करने दिया, उसके बावजूद हमने काम किया। इस पर तो मुझे गवर्नेंस और प्रशासन के अंदर नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए कि उपराज्यपाल के रहते मैंने कितने काम दिल्ली के अंदर कर दिए।"
आलोचना
भाजपा की नगर निगम ने मोहल्ला क्लीनिक तोड़ दिए- केजरीवाल
केजरीवाल ने आगे कहा, "दिल्ली में हमने मोहल्ला क्लीनिक बनाए थे। भाजपा शासित नगर निगम ने 5 मोहल्ला क्लीनिक बुलडोजर चलाकर तोड़ दिए। इससे इनको क्या मिला? दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लीनिक थे, जो इन्होंने तोड़े। जिस तरह से इन्होंने परेशान किया, इनका मानना है कि न काम करेंगे और न काम करने देंगे।" बता दें कि मोहाली में 'केजरीवाल मॉडल' किताब के पंजाबी भाषा संस्करण का विमोचन किया गया था, जो केजरीवाल की सरकार की उपलब्धियां बताती हैं।
ट्विटर पोस्ट
सुनिए क्या बोले अरविंद केजरीवाल
देखें: AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, "...जितने दिन हमारी सरकार रही हमें काम नहीं करने दिया। इसके बावजूद हमने काम किया। इस पर तो मुझे लगता है कि गवर्नेंस के ऊपर और एडमिनिस्ट्रेशन के अंदर तो मुझे नोबेल प्राइज मिलना चाहिए कि एलजी के रहते मैंने दिल्ली में इतने सारे काम कर… pic.twitter.com/PKmnT1sLjm
— IANS Hindi (@IANSKhabar) July 9, 2025
जानकारी
क्या गवर्नेंस और प्रशासनिक कार्य के लिए मिलता है नोबेल पुरस्कार
नोबेल पुरस्कार की शुरूआत 1901 में अल्फ्रेड नोबेल की याद में हुई थी। अब तक भौतिकी, रसायन, चिकित्सा शरीर विज्ञान, साहित्य, शांति और आर्थिक विज्ञान श्रेणी में 627 बार 1,017 लोगों को पुरस्कार मिल चुका है। गवर्नेंस और प्रशासन के लिए पुरस्कार नहीं मिलता है।