TMC के एक और विधायक का इस्तीफा, दो दिन में तीन नेताओं ने कहा अलविदा
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तृणमूल कांग्रेस (TMC) की परेशानियां बढ़ती ही जा रही हैं और आज उसके एक और विधायक ने पार्टी छोड़ दी। बैरकपुर से विधायक शीलभद्र दत्त ने आज सुबह पार्टी से इस्तीफा दे दिया और इसी के साथ वह पिछले दो दिन में पार्टी छोड़ने वाले तीसरे विधायक बन गए हैं। इससे पहले कल सुवेंदु अधिकारी और जितेंद्र तिवारी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
भाजपा में शामिल हो सकते हैं इस्तीफा देने वाले विधायक
TMC के इन विधायकों ने केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के शीर्ष रणनीतिकार अमित शाह के बंगाल दौरे से ठीक पहले इस्तीफा दिया है और इनके उनकी मौजूदगी में भाजपा में शामिल होने की संभावना है। शाह आज बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं और इस दौरान वह बीरभूम में एक रोड शो और मिदनापुर में एक रैली करेंगे। मिदनापुर को सुवेंदु अधिकारी का गढ़ माना जाता है और वे यहीं भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
सुवेंदु अधिकारी का इस्तीफा TMC के लिए सबसे बड़ा झटका
इस्तीफा देने वाले विधायकों में से सुवेंदु अधिकारी का इस्तीफा TMC के लिए सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है और उन्होंने 2016 विधानसभा चुनाव में TMC की जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी रहे अधिकारी का राज्य के पश्चिमी इलाके की 50 से अधिक सीटों के स्थानीय नेताओं पर प्रभाव है और इससे भाजपा को बड़ा फायदा हो सकता है। वे ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी के उभार से नाराज बताए जा रहे हैं।
TMC के अन्य कई नेता भी दे सकते हैं इस्तीफा
आने वाले दिनों में TMC के अन्य कई विधायकों और नेताओं के इस्तीफे की संभावना भी जताई जा रही है और NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय इस कड़ी में अगला नाम हो सकते हैं। हालांकि TMC ने बागियों को कम करके आंका है और ममता ने कूच बिहार में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था, "कुछ लोग आएंगे और लहर के साथ बह जाएंगे। लेकिन असली तृणमूल अटूट है।"
बंगाल में गर्मियों में होने हैं विधानसभा चुनाव
बता दें कि पश्चिम बंगाल में इस साल गर्मियों में विधानसभा चुनाव होने हैं और राज्य की 294 विधानसभा सीटों पर मुख्य टक्कर सत्तारूढ़ TMC और भाजपा के बीच मानी जा रही है। अभी तक बंगाल में छोटी पार्टी रही भाजपा इस बार TMC के किले में सेंध लगाने की तैयारी के साथ उतरी है और इसके लिए उसने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। खुद अमित शाह चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति तैयार कर रहे हैं।
शाह ने पार्टी को दिया 200 सीटें जीतने का लक्ष्य
2019 लोकसभा चुनाव में बंगाल की 42 में से 18 सीटें जीतने से भाजपा के आत्मविश्वास में इजाफा हुआ है और शाह ने राज्य भाजपा को विधानसभा चुनाव में 200 सीटें जीतने का लक्ष्य दिया है। हालांकि विशेषज्ञ इस लक्ष्य को "अति-महत्वाकांक्षी" मान रहे हैं।