"भाजपा की कोरोना वैक्सीन" नहीं लगवाएंगे अखिलेश यादव, बोले- भरोसा नहीं
क्या है खबर?
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कोरोना वायरस की वैक्सीन न लगवाने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि वैक्सीन भाजपा लगवाएगी और वह भाजपा की वैक्सीन पर भरोसा नहीं कर सकते।
उन्होंने सपा की सरकार आने पर सभी को मुफ्त वैक्सीन लगाने का वादा भी किया।
बता दें कि अखिलेश देश के पहले ऐसे प्रमुख राजनेता हैं जिसने कोरोना वायरस वैक्सीन पर सवाल उठाए हैं औऱ इसे न लेने की बात कही है।
बयान
क्या बोले अखिलेश यादव?
BBC के अनुसार, शनिवार को अपनी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश ने कहा, "मैं तो नहीं लगवाऊंगा ये वैक्सीन। मैंने अपनी बात कह दी। भाजपा वैक्सीन लगवाएगी तो उसका भरोसा करूंगा मैं? अरे जाओ भाई. अपनी सरकार आएगी तो सबको फ़्री वैक्सीन लगेगी। हम भाजपा की वैक्सीन नहीं लगवा सकते।"
सरकार पर चुटकी लेते हुए उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना सिर्फ विपक्ष के लिए है और भाजपा इसकी आड़ में महंगाई, भ्रष्टाचार और अपनी नाकामी छुपाना चैाहती है।
पलटवार
अनुराग ठाकुर बोले- अखिलेश डूबती राजनीति को बचाने के लिए बयानबाजी कर रहे
अखिलेश के इस बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने उन पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी जी ने 'जान है तो जहां है' की बात कही है। कोरोना वैक्सीन के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने रात-दिन इसलिए एक किए ताकि कम से कम जानें जाएं। अखिलेश यादव अपनी डूबती राजनीति को बचाने के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बयानबाजी कर रहे हैं... एक युवा नेता का कोविड वैक्सीन को राजनीतिक पार्टी से जोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण है।
प्रतिक्रिया
केशव प्रसाद बोले- वैज्ञानिकों से माफी मांगे अखिलेश
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता कैशव प्रसाद मौर्य ने भी इस विवादित बयान के लिए अखिलेश यादव पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को वैक्सीन पर भरोसा नहीं है और उत्तर प्रदेश के लोगों को उन पर भरोसा नहीे है। उन्होंने ये भी कहा कि वैक्सीन पर सवाल उठाना वैज्ञानिकों का अपमान है और अखिलेश को अपने बयान के लिए वैज्ञानिकों से माफी मांगनी चाहिए।
मंजूरी
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन को जल्द मिल सकती है मंजूरी
गौरतलब है कि अखिलेश का ये बयान ऐसे समय पर आया है जब कल ही सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) की विशेषज्ञ समिति ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोरोना वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी देने की सिफारिश की है।
अब ये प्रस्ताव ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को भेज दिया गया है और DCGI बेहद जल्द वैक्सीन को मंजूरी दे सकते हैंं। इसके बाद अगले हफ्ते से ही वैक्सीनेशन शुरू हो सकता है।
वैक्सीनेशन
पहले चरण में 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य
वैक्सीन को मंजूरी के बाद भारत में जनवरी से कोरोना वायरस वैक्सीन का वितरण शुरू होने की संभावना है और सरकार की पहले चरण में जुलाई तक लगभग 30 करोड़ लोगो को वैक्सीन लगाने की योजना है।
सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों, महामारी में अग्रिम मोर्चे पर काम कर रहे अन्य कर्मियों और बुजुर्ग लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके बाद दूसरे चरण में स्वस्थ और युवा लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। सरकार का लक्ष्य सभी लोगों को वैक्सीन लगाने का है।