वायु प्रदूषण पर AAP और भाजपा भिड़े, एक-दूसरे को ठहराया जिम्मेदार
क्या है खबर?
दिल्ली-NCR में भीषण वायु प्रदूषण को लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है। सोमवार को आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली में प्रदूषण के लिए भाजपा शासित हरियाणा को जिम्मेदार ठहराया।
AAP का आरोप है कि हरियाणा सरकार ने प्रदूषण कम करने को लेकर कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए हैं, जिसकी वजह से दिल्ली में वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई।
भाजपा ने इन आरोपों को लेकर AAP पर पलटवार किया है।
बयान
AAP ने क्या कहा?
AAP का दावा है कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के आंकड़े बताते हैं कि AAP शासित पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में पिछले साल से 50-67 प्रतिशत की गिरावट आई है।
पार्टी प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, "दिल्ली से 500 किलोमीटर दूर है, हरियाणा सिर्फ 100 किलोमीटर दूर है। इसका विश्लेषण किया जाना चाहिए कि हरियाणा सरकार ने प्रदूषण के खतरे को कम करने के लिए क्या किया है?"
बयान
भाजपा ने AAP के आरोपों पर क्या कहा?
भाजपा ने दिल्ली के 'गंभीर' प्रदूषण के लिए भाजपा शासित हरियाणा को जिम्मेदार ठहराने के लिए AAP की आलोचना की है।
पार्टी नेता शहजाद पूनावाला का दावा है कि रविवार को पंजाब में 3,000 पराली जलाने की घटनाएं सामने आईं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी की 'प्रदूषित राजनीति' के कारण दिल्ली एक 'गैस चैंबर' बन गया है।
दिल्ली भाजपा ने कहा कि पंजाब में पराली जलाना दिल्ली में प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है।
खट्टर
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने केजरीवाल पर कसा तंज
इसी बीच तीर्थयोजना पर केजरीवाल की मदद की पेशकश को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उन पर निशाना साधा है।
उन्होंने केजरीवाल की टिप्पणी के जवाब में कहा कि हरियाणा सरकार हर योजना के कार्यान्वयन में पूरी तरह सक्षम है और केजरीवाल दिल्ली में प्रदूषण की जिम्मेदारी लेते हुए नागरिकों की रक्षा करें
उन्होंने कहा कि इस संकट के समय में दिल्ली छोड़कर दूसरे राज्यों में घूमकर चुनाव प्रचार करना उनकी गैर-जिम्मेदारी का परिचायक है।
प्रदूषण
दिल्ली में क्या है प्रदूषण की स्थिति?
दिल्ली में वायु प्रदूषण 'गंभीर' श्रेणी में बना हुआ है। यहां पिछले 4 दिनों से वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 450 अंक से ऊपर है।
इसके चलते रविवार से दिल्ली-NCR में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का अंतिम और चौथा चरण लागू है।
दिल्ली सरकार ने 10वीं और 12वीं को छोड़कर बाकी कक्षाओं के स्कूल बंद कर दिए हैं। इसके अलावा दिवाली के बाद 13 नवंबर से 20 नवंबर तक ऑड-ईवन व्यवस्था लागू करने का भी ऐलान किया।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
पराली जलाए जाने समेत अन्य कारणों से हर साल सर्दियों के दौरान दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खराब हो जाती है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या मुख्य रूप से परिवहन और औद्योगिक क्षेत्र से कॉर्बन उत्सर्जन के कारण होती है।
IITM पुणे के सर्वे के अनुसार, दिल्ली में 40 प्रतिशत प्रदूषण अकेले परिवहन क्षेत्र के कारण होता है, जबकि थर्मल पावर स्टेशन भी यहां प्रदूषण की समस्या के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है।