जम्मू-कश्मीर: तीन PDP नेताओं ने छोड़ी पार्टी, महबूबा मुफ्ती के तिरंगे वाले बयान से थे नाराज
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की वापसी के लिए तिरंगे को लेकर विवादित बयान देने वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती विवादों में आ गई हैं। उनके बयान को लेकर अब उनकी ही पार्टी के तीन नेताओं ने नाराजगी जताते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इसी तरह PDP से गठबंधन का ऐलान करने वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने भी महबूबा के बयान से खुद को अलग कर लिया है।
अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए साथ आईं हैं पार्टियां
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की बहाली लिए छह पार्टियों ने पीपुल्स अलाइंस फॉर गुपकर डिक्लेरेशन (PAGD) गठबंधन बनाया है। इसमें NC, PDP, पीपल्स कॉन्फ्रेंस (PC), माओवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPIM), पीपल्स मूवमेंट (PM) और अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस (ANC) शामिल हैं। फारूक अब्दुल्ला गठबंधन के अध्यक्ष हैं।
महबूबा ने दिया था अनुच्छेद 370 की वापसी तक तिरंगा नहीं उठाने का बयान
महबूबा ने शनिवार को कहा था कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बहाल करने तक उनका संघर्ष खत्म नहीं होगा। उन्होंने कहा था कि जब जम्मू-कश्मीर का झंडा वापस आएगा तब ही वह तिरंगे को हाथ लगाएंगी। जब तक उन्हें उनका झंडा वापस नहीं मिल जाता वह दूसरा झंडा नहीं उठाएंगी। तिरंगे से उनका रिश्ता जम्मू-कश्मीर के झंडे से अलग नहीं है। उन्होंने यह भी कहा था कि अनुच्छेद 370 की बहाली तक वह कोई चुनाव नहीं लड़ेगी।
PDP के इन नेताओं ने दिया इस्तीफा
महबूबा के इस बयान को लेकर PDP नेता टीएस बाजवा, वेद महाजन और हुसैन ए वफा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे में बयान पर नाराजगी जताते हुए लिखा कि महबूबा के बयान से उनकी देशभक्ति की भावनाएं आहत हुई हैं। वह महबूबा के कुछ कार्यों और अवांछनीय कथनों पर विशेष रूप से असहज महसूस कर रहे हैं, जो देशभक्ति की भावनाओं को आहत करते हैं। ऐसे में वह पार्टी से अपना इस्तीफा दे रहे हैं।
पार्टी नेताओं के लिए राष्ट्र की एकता और संप्रभुता सर्वोपरि- राणा
इधर, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने महबूबा के बयान की निंदा करते हुए किनारा कर लिया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के सीनियर नेता देवेंद्र सिंह राणा ने कहा कि पार्टी नेताओं के लिए राष्ट्र की एकता और संप्रभुता सर्वोपरि है। वह राष्ट्र की संप्रभुता और एकता से समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के साथ भी बैठक में महबूबा के बयान पर चिंता जाहिर की। ऐसे में अब इस बयान के बाद महबूबा अकेली पड़ती नजर आ रही है।
महबूबा के बयान के विरोध में भाजपा ने निकाला तिरंगा मार्च
महबूबा के बयान के विरोध में सोमवार को भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में तिरंगा (झंडा) मार्च आयोजित किया। एक फ्लैग मार्च श्रीनगर में और दूसरा जम्मू में आयोजित किया गया। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता बुलेट-प्रूफ कारों और पुलिस की जीपों के साथ तिरंगा झंडे लहराते हुए नजर आए। इसी तरह भाजपा कार्यकर्ताओं ने PDP के जम्मू कार्यालय में घुसकर भी तिरंगा फहरा दिया। वहां सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता तिरंगा लेकर जमा हुए थे।
कानून मंत्री ने दिया करारा जवाब
महबूबा के बयान के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उन्हें करारा जवाब देते हुए कहा था कि जम्मू-कश्मीर में 370 की बहाली कभी नहीं होगी। इसके अलावा भाजपा ने महबूबा पर राष्ट्रविरोधी बयान देने का आरोप लगाया था। वहीं कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई ने पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा को राष्ट्रीय ध्वज को लेकर भड़काऊ और गैर जिम्मेदाराना बयान देने से बचने की सलाह दी थी। इस मामले को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है।
महबूबा को 14 महीने की हिरासत के बाद मिली है रिहाई
बता दें जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के दौरान विरोध को देखते हुए सरकार ने महबूबा मुफ्ती को अन्य नेताओं के साथ PSA के तहत हिरासत में लिया था। उन्हें 14 महीने की हिरासत के बाद गत 13 अक्टूबर को रिहा किया गया था।