स्मरण शक्ति को मजबूत करना चाहते हैं तो रोजाना करें इन योगासनों का अभ्यास
स्मरण शक्ति से संबंधित समस्याएं किसी को भी चिंता में डाल सकती हैं। बढ़ती उम्र के साथ यह समस्या होना एक आम बात है, लेकिन आजकल युवाओं में भी यह समस्या देखी जा रही है और इसका एक प्रमुख कारण आधुनिक जीवनशैली है। अगर आप चाहते हैं कि आप इस समस्या से बचे रहें और आपकी स्मरण शक्ति मजबूत रहे तो आपके लिए इन योगासनों का नियमित अभ्यास करना लाभदायक हो सकता है। आइए योगासनों के अभ्यास का तरीका जानें।
सिंहासन
सबसे पहले योगा मैट पर वज्रासन की मुद्रा में बैठकर अपने घुटनों को खोल लें और फिर अपने दोनों हाथों को अपने घुटनों के ऊपर रखें। इसके बाद चेहरे की मांसपेशियों पर दबाव डालते हुए जीभ को बाहर निकालें और मुंह खोलकर शेर की तरह दहाड़ लगाएं। कुछ मिनट तक ऐसा करने के बाद धीरे-धीरे आसन छोड़ते हुए सामान्य हो जाएं। लाभ के लिए तीन से पांच बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।
बद्धकोणासन
इसके लिए सबसे पहले योगा मैट पर अपने दोनों पैरों को आगे की ओर फैलाकर बैठ जाएं और फिर पैरों को मोड़कर अपने दोनों तलवों को आपस में मिला लें। इसके बाद दोनों हाथों से तलवों को पकड़ लें और अपने दोनों घुटनों को आराम-आराम से तितली के पंखों की तरह ऊपर-नीचे करें। इस दौरान सामान्य गति से सांस लेते रहें। कुछ सेकंड के बाद आसन को धीरे-धीरे छोड़ दें।
हलासन
सबसे पहले योगा मैट पर पीठ के बल सीधे लेट जाएं और फिर अपने हाथों को शरीर से सटाकर रखें। अब सांस लेते हुए पैरों को 90 डिग्री तक ऊपर उठाएं और फिर सांस छोड़ते हुए टांगों को धीरे-धीरे सिर के ऊपर से पीछे की ओर ले जाएं। इस दौरान हाथों को कमर से हटाकर जमीन पर सीधा ही रखें। इसके बाद सांस लेते हुए धीरे-धीरे वापस प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
पश्चिमोत्तानासन
इस योगासन के लिए सबसे पहले योगा मैट पर अपने दोनों पैरों को आपस में सटाकर और आगे की ओर फैलाकर बैठ जाएं। अब दोनों हाथ ऊपर की ओर उठाएं। फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और माथे को घुटनों से सटाते हुए हाथों से पैरों के अंगूठों को पकड़ने का प्रयास करें। कुछ सेकंड के लिए इसी अवस्था में बने रहें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें। फिर गहरी सांस लेते हुए सामान्य हो जाएं।