
उत्तराखंड में स्थित हैं ये 5 प्राचीन मंदिर, जिनका है ऐतिहासिक महत्व
क्या है खबर?
उत्तराखंड में कई पुराने मंदिर हैं, जो न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से अहमियत रखते हैं, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में भी खड़े हैं।
ये मंदिर नदियों और पहाड़ों के बीच स्थित हैं और यहां की प्राकृतिक सुंदरता भी आकर्षित करती है। इन मंदिरों की बनावट और यहां की धार्मिक परंपराएं लोगों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं।
आइए आज हम आपको उत्तराखंड के प्राचीन मंदिरों के बारे में बताते हैं, जो यात्रा के लिए बेहतरीन हैं।
#1
केदारनाथ मंदिर
केदारनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
यह मंदिर समुद्र तल से लगभग 3,583 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और यहां पहुंचने के लिए 16 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है।
यह मंदिर हिमालय की खूबसूरत पहाड़ियों के बीच स्थित है और यहां हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं। केदारनाथ का धार्मिक महत्व और प्राकृतिक सुंदरता लोगों को आकर्षित करती है।
#2
बद्रीनाथ मंदिर
बद्रीनाथ मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यह मंदिर भी हिमालय की गोद में स्थित है और समुद्र तल से लगभग 3,133 मीटर की ऊंचाई पर है।
यहां हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं। बद्रीनाथ का धार्मिक महत्व और प्राकृतिक सुंदरता लोगों को आकर्षित करती है।
यहां की ठंडी हवा और चारों ओर बर्फीली पहाड़ों का दृश्य एक अनोखा अनुभव प्रदान करते हैं, जो भक्तों को मंत्रमुग्ध कर देता है।
#3
गंगोत्री मंदिर
गंगोत्री मंदिर मां गंगा को समर्पित है और यह यमुनोत्री के बाद गंगोत्री की यात्रा करने वालों के लिए पहला पड़ाव है।
यह मंदिर भी हिमालय की गोद में स्थित है और समुद्र तल से लगभग 3,048 मीटर की ऊंचाई पर है। यहां हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं। गंगोत्री का धार्मिक महत्व और प्राकृतिक सुंदरता लोगों को आकर्षित करती है।
यहां की ठंडी हवा और चारों ओर बर्फीली पहाड़ों का दृश्य एक अनोखा अनुभव प्रदान करता है।
#4
यमुनोत्री मंदिर
यमुनोत्री मंदिर मां यमुना को समर्पित है और यह यमुनोत्री ग्लेशियर से शुरू होती है। यह मंदिर भी हिमालय की गोद में स्थित है और समुद्र तल से लगभग 3,235 मीटर की ऊंचाई पर है।
यहां हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं। यमुनोत्री का धार्मिक महत्व और प्राकृतिक सुंदरता लोगों को आकर्षित करती है।
यहां की ठंडी हवा और चारों ओर बर्फीली पहाड़ों का दृश्य एक अनोखा अनुभव प्रदान करता है।
#5
तुंगनाथ मंदिर
तुंगनाथ मंदिर भगवान शिव के पंचकेदारों में से एक है। यह मंदिर समुद्र तल से लगभग 3,680 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और इसे दुनिया का सबसे ऊंचा शिवालय माना जाता है।
तुंगनाथ पहुंचने के लिए आपको 5 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है, जो बहुत ही रोमांचक है।
यहां हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं, जो इस मंदिर की धार्मिक अहमियत और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद उठाते हैं।