माचिस की तीली जैसी नुकीली चीजों से न साफ करें कान, हो सकती हैं ये समस्याएं
क्या है खबर?
हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें उसने कहा है कि 2050 तक हर चार में से एक व्यक्ति सुनने की समस्या से पीड़ित होगा।
सुनने की इन समस्याओं के पीछे बीमारियों के अलावा लोगों की आदतें भी जिम्मेदार होती हैं और ऐसी ही एक आदत है नुकीली चीजों से कान साफ करना।
चलिए आपको बताते हैं कि नुकीली चीजों से कान साफ करने से क्या समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
#1
कान में सूजन और मवाद होना
आमतौर पर अगर आप कान में खुजली करने के लिए माचिस की तीली या कॉटन बड्स का इस्तेमाल करते हैं तो इससे न सिर्फ कान में सूजन आ सकती है, बल्कि इसमें मवाद भी पैदा हो सकता है जिससे सुनने की क्षमता पर असर पड़ता है।
बार-बार माचिस की तीली का इस्तेमाल करने से सुनने की क्षमता पूरी तरह से भी जा सकती है। इसलिए खुजली के लिए नुकीली चीजों का इस्तेमाल न करें।
#2
पर्दा फटने का रहता है डर
अगर आप कान को साफ करने के लिए अक्सर माचिस की तीली या कॉटन बड्स का इस्तेमाल करते हैं तो आज से ऐसा करना छोड़ दें क्योंकि इन चीजों के इस्तेमाल से कान का पर्दा फटने का डर रहता है।
दरअसल, कान का पर्दा बहुत ही मुलायम होता है और इसके फटने से आपकी सुनने की क्षमता हमेशा के लिए जा सकती है।
इसलिए बेहतर होगा कि आप कान की सफाई के लिए नुकीली चीजों का इस्तेमाल न करें।
#3
नुकसानदायक होता है माचिस की तीली का मसाला
माचिस की तीली के आगे लगा मसाला भी कान के पर्दे पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
इस मसाले से कान में मवाद और संक्रमण आदि परेशानियां हो सकती हैं जो कान के स्वास्थ्य के लिहाज से सही नहीं है। इन समस्याओं के बार-बार होने से कान में चोट की आशंका भी बढ़ जाती है।
इसी तरह कॉटन बड्स का इस्तेमाल भी कान को नुकसान पहुंचा सकता है।
सुझाव
कान साफ करने के लिए क्या करना सही है?
विशेषज्ञों की मानें तो कान की मैल खुद ही नहाते हुए या फिर मुंह धोते हुए कान से निकल जाती है, लेकिन अगर फिर भी किसी के कान में बार-बार मैल बन रही है तो उसे तुरंत किसी कान के डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
इसके अलावा कान को साफ करने वाले उपकरण से ही इन्हें साफ कराना चाहिए।
आप चाहें तो कान को साफ करने के लिए कोमल रूमाल या तौलिये का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।