मुंबई में फैल रहा खसरा; जानें इसके शुरुआती लक्षण, बचाव और इलाज
क्या है खबर?
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में खसरा का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके प्रकोप ने पूरे देश के लोगों में दहशत फैला दी है।
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के मुताबिक , इस साल शहर में खसरा से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें महज आठ महीने का बच्चा भी शामिल है।
बच्चों को इस वायरल संक्रमण से बचाने के लिए आज हम आपको इसके लक्षण, बचाव और इलाज के बारे में बताने जा रहे हैं।
परिभाषा
क्या होता है खसरा और यह कैसे फैलता है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, खसरा पैरामाइक्सोवायरस परिवार के एक वायरस के कारण होता है। यह आमतौर पर किसी संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने या हवा के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है।
खसरा का वायरस इम्युन सिस्टम की कोशिकाओं को संक्रमित करता है, जो पूरे शरीर में घूमती हैं और वायरस को खून में छोड़ देती हैं।
इसके कारण यह पूरे शरीर में फैलकर किसी भी अंग को संक्रमित कर सकता है।
संक्रमण
बच्चों में कैसे फैलता है खसरा?
खसरा आमतौर पर छोटे बच्चों को प्रभावित करता है और यह बहुत ज्यादा संक्रामक होता है।
अगर बच्चे दूषित हवा में सांस लेते हैं या संक्रमित सतह को छूने के बाद अपनी आंख, नाक या मुंह को छूते हैं तो उन्हें खसरा हो सकता है।
इसके अलावा वैक्सीन नहीं लगवाने वाले छोटे बच्चों को खसरा होने का जोखिम ज्यादा होता है।
खसरे के लक्षण दिखने के चार दिन पहले से इसका संक्रमण दूसरों में फैल सकता है।
लक्षण
कैसे करें खसरे की पहचान?
खसरे के लक्षण वायरस के संपर्क में आने के दो हफ्ते के अंदर दिखाई देने लगते हैं।
इसके शुरुआती लक्षणों में आमतौर पर तेज बुखार, नाक बहना, आंखों से पानी आना और खांसी शामिल हैं।
इसके अलावा प्रभावित बच्चे के गालों पर छोटे सफेद धब्बे और पूरे शरीर पर दाने/चकत्ते भी निकलने लगते हैं।
खसरे के रोगी को जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश, लिम्फ नोड्स में सूजन और सिरदर्द का अनुभव भी हो सकता है।
बचाव
खसरे के बचाव के लिए इन बातों का रखें ध्यान
खसरे को फैलने से रोकने के लिए वैक्सीन लगवाना ही एकमात्र तरीका है, हालांकि आपको नीचे लिखी बातों का पालन करके भी इसके खतरे को कम कर सकते हैं।
खाने से पहले, बाथरूम का उपयोग करने के बाद और चेहरे, मुंह या नाक को छूने से पहले हाथ साफ करें।
अपनी पर्सनल चीजों को उन लोगों के साथ शेयर न करें जो दूषित हो सकते हैं।
किसी भी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में न आएं जो बीमार हो।
इलाज
कैसे करें खसरे का इलाज?
खसरा एक ऐसा वायरल संक्रमण है जिस पर एंटी-बायोटिक दवाओं का असर नहीं होता है। इसलिए अगर आपका बच्चा इस वायरस के संक्रमित हो गया है तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं।
इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति को भरपूर आराम करने, पर्याप्त तरल पदार्थ पीने, विटामिन-ए की खुराक लेने और नमक के पानी से गरारे करने की जरूरत है।
अगर ठीक से शरीर को आराम दिया जाए तो 10-15 दिनों के अंदर भी संक्रमण से ठीक हो सकते हैं।
घरेलू नुस्खे
बचाव के लिए इन घरेलू नुस्खों को भी आजमाएं
कुछ घरेलू नुस्खों को आजमाकर भी आप इस वायरस के संक्रमण से बच सकते हैं।
नीम के पानी से नहाने से खसरा के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
नारियल पानी में भी ऐसे गुण होते हैं जिससे खसरे के कारण हुए चकत्तों से राहत मिल सकती है।
संतरे के जूस में एंटी-वायरल प्रभाव मौजूद होता है, जो इस रोग के प्रभाव को कम करने में मददगार है।
नोट: घरेलू नुस्खों पर पूरी तरह निर्भर न रहें।