
छोटे बच्चों को ड्राइंग सिखाने के लिए अपनाएं ये 5 सरल और प्रभावी तरीके
क्या है खबर?
ड्राइंग बच्चों के लिए एक मजेदार और रचनात्मक गतिविधि है, जिससे उनकी कल्पना शक्ति और मोटर स्किल्स विकसित होती हैं। छोटे बच्चों को ड्राइंग सिखाने के लिए कुछ सरल और प्रभावी तरीकों का पालन किया जा सकता है। इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे टिप्स देंगे, जिनसे आप अपने बच्चे को ड्राइंग के बेसिक्स सिखा सकते हैं और उनकी रचनात्मकता को बढ़ावा दे सकते हैं।
#1
सही सामग्री का चयन करें
बच्चों के लिए सही ड्राइंग सामग्री चुनना बहुत जरूरी है। उन्हें ऐसे रंगीन पेंसिल, मार्कर या मोम के रंग दें, जो उनके हाथ में आसानी से आ जाएं। इसके अलावा कागज का चयन भी ध्यान से करें, जैसे कि मोटा और चिकना कागज ताकि बच्चे आसानी से ड्राइंग कर सकें। छोटे बच्चों के लिए बड़े आकार के कागज का उपयोग करें, जिससे वे खुलकर अपनी कला दिखा सकें और सीख सकें।
#2
सरल आकृतियों से शुरुआत करें
छोटे बच्चों को ड्राइंग सिखाने के लिए सरल आकृतियों से शुरुआत करें। उन्हें गोल, त्रिकोण, चौकोर जैसी आसान आकृतियां बनाना सिखाएं। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे धीरे-धीरे अधिक जटिल आकृतियों की ओर बढ़ सकेंगे। आप खुद भी उनके साथ ये आकृतियां बना सकते हैं ताकि वे आपको फॉलो कर सकें। इसके अलावा आप उन्हें इन आकृतियों को जोड़कर नए डिजाइन बनाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
#3
रंगों का महत्व समझाएं
रंगों का चयन करना ड्राइंग का अहम हिस्सा होता है। छोटे बच्चों को अलग-अलग रंगों के उपयोग के बारे में बताएं जैसे कि हरा पत्ता क्यों होता है, नीला आसमान क्यों होता है आदि। इससे उनका रंगों के प्रति नजरिया विकसित होगा और वे बेहतर तरीके से अपनी कला दिखा सकेंगे। आप उन्हें रंगों के मेलजोल और उनके अर्थ भी समझा सकते हैं, जिससे उनकी रचनात्मकता को नया आयाम मिलेगा और वे अधिक प्रेरित होंगे।
#4
कहानी सुनाते हुए ड्राइंग कराएं
ड्राइंग करते समय बच्चों को कहानियां सुनाना एक अच्छा तरीका हो सकता है, जिससे उनकी कल्पना शक्ति बढ़ती है। उदाहरण के लिए अगर बच्चा एक पेड़ बना रहा है तो उससे पूछें कि उस पेड़ पर कौन-कौन से फल या फूल होते हैं और उन पर आधारित छोटी कहानियां सुनाएं। इससे बच्चे न केवल ड्राइंग करेंगे बल्कि उनकी सोचने-समझने की क्षमता भी बढ़ेगी और वे अधिक रचनात्मक बनेंगे।
#5
खुद कुछ बनाने का मौका दें
सबसे अहम बात यह है कि बच्चों को स्वतंत्रता दें कि वे अपनी पसंदीदा चीजें खुद चुन सकें। उन्हें बताएं कि ड्राइंग में कोई गलत तरीका नहीं होता, जिससे वे बिना किसी डर या दबाव के अपनी कला दिखा सकें। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे अधिक उत्साह से ड्राइंग करेंगे। इन सरल तरीकों का पालन करके आप अपने बच्चे को न केवल ड्राइंग सिखा सकते हैं बल्कि उनकी रचनात्मकता को भी बढ़ावा दे सकते हैं।