बाजार के बेसन की शुद्धता जांचने के लिए अपनाएं ये तरीके
पहले कई महिलाएं खुद ही घर पर चनों को पीसकर बेसन बनाती थीं, जो शुद्ध होता था और इसे लंबे समय तक स्टोर भी किया जा सकता था। हालांकि, आजकल लोग इतनी मेहनत नहीं करते और बाजार से बेसन खरीद लाते हैं, जिसका रंग अलग होता है और इसे लंबे समय तक स्टोर भी नहीं किया जा सकता। वहीं, यह मिलावटी भी हो सकता है। चलिए आज आपको बेसन की शुद्धता जांचने के कुछ तरीके बताते हैं।
हाइड्रोक्लोरिक एसिड सॉल्यूशन आएगा काम
बेसन शुद्ध है या नहीं, इसका पता आप हाइड्रोक्लोरिक एसिड सॉल्यूशन की मदद से लगा सकते हैं। इसके लिए एक टेस्ट ट्यूब में एक चम्मच बेसन और हाइड्रोक्लोरिक एसिड की तीन से चार बूंदें डालें, फिर इस मिश्रण में एक हल्दी पेपर की स्ट्रिप को डुबोकर निकाल लें। अगर स्ट्रिप के रंग में कोई बदलाव नहीं आया तो समझ जाइए कि बेसन शुद्ध है, लेकिन अगर स्ट्रिप लाल रंग की हो जाती है तो बेसन में मिलावट है।
नींबू का रस करेगा मदद
आप चाहें तो बेसन की शुद्धता का पता लगाने के लिए नींबू के रस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले एक कटोरी में एक चम्मच बेसन रखकर इसके ऊपर नींबू के रस की कुछ बूंदें डालें, फिर चार से पांच मिनट के लिए इसे ऐसे ही छोड़ दें। समय पूरा होने के बाद अगर बेसन में बुलबुले उठने लगें तो समझ जाइए कि इसमें किसी न किसी चीज की मिलावट जरूर है।
अपने हाथों पर मले
बेसन की शुद्धता का पता लगाने के लिए आप अपने हाथों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए बस थोड़े से बेसन को अपनी एक हथेली पर अच्छे से रगड़ लें, फिर रगड़ने के लगभग 10-12 मिनट बाद अपनी हथेली को सूंघे। अगर हाथों से शुद्ध बेसन की महक आ रही हो तो यह असली है, लेकिन अगर महक न आए तो समझ जाइए कि यह नकली है।
खरीदने से पहले लेबल चेक करें
यह सबसे महत्वपूर्ण स्टेप है कि जब भी आप पैकेट वाला बेसन खरीदने जाएं तो इसके लेबल को पहले थोड़ा ध्यान से पढ़ें। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कुछ लोग बिना लेबल पढ़े ही बेसन खरीद लेते हैं और ऐसा करना गलत है। दरअसल, कुछ कंपनियां बेसन में मिलाई जाने वाली सामग्रियों के बारे में जानकारी पैकेट के ऊपर ही बहुत छोटे अक्षरों में दे देती है, इसलिए एक बार लेबल पढ़कर ही बेसन खरीदें।