मोटापे से बचना चाहते हैं, तो डिनर में रखें इन बातों का ध्यान
आज के समय में ज़्यादातर लोग मोटापे की समस्या से परेशान हैं। कई बार मोटापा जेनेटिक कारणों से होता है, जबकि कई बार ख़ुद की गलतियों की वजह से होता है। रात को खाना खाकर तुरंत सो जाने और रात में ज़्यादा खाने से खाना ठीक से पच नहीं पाता है और वजन बढ़ने लगता है। ऐसे में डिनर के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी होता है, नहीं तो आप भी मोटापे के शिकार हो सकते हैं।
डिनर करने का सही समय
आज के समय में ज़्यादातर लोगों को रात में देर से 10-11 बजे खाने की आदत है, जबकि डिनर करने का सही समय शाम को 07:00 बजे से 07:30 बजे के बीच होता है। ज़्यादा देर से किए गए डिनर की वजह से भोजन को पचाने के लिए ज़्यादा समय नहीं मिल पाता है। इसकी वजह से शरीर में ज़्यादा फैट जमा होने लगता है, जिससे शरीर कई बीमारियों से घिर जाता है और वजन भी बढ़ता है।
डिनर में न लें ज़्यादा कार्ब्स
अक्सर लोग डिनर में चावल खाते हैं, लेकिन इससे शरीर में वाई बढ़ सकती है और कमर दर्द, गैस की समस्या हो सकती है। कार्ब्स में मौजूद शुगर, फैट के रूप में जमा होता है। ज़्यादा फैट के जमने से विशेष रूप से आंत के फैट (आपके पेट, किडनी, लीवर आदि को कवर करने वाली फैट की परत) से टाइप-2 डायबिटीज, फैटी लीवर जैसे गंभीर रोगों के होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए डिनर में ज़्यादा कार्ब्स न लें।
डिनर में हल्का खाएँ और तला-भुना खाने से बचें
डिनर जितना ज़्यादा हल्का हो, उतना बेहतर होता है। इससे खाना आसानी से पच जाएगा और आप अगले दिन ताज़गी महसूस करेंगे। इसके अलावा डिनर में फाइबर भरपूर मात्रा में होना चाहिए। रात में ज़्यादा तली-भुनी चीज़ें खाने से बचना चाहिए। बर्गर, पिज़्ज़ा जैसे जंक फ़ूड्स रात में कभी न खाएँ। डिनर में हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ शामिल करें। सोने से पहले गर्म दूध का सेवन करें। इससे डिनर में खाया हुआ खाना पचता है।
डिनर के लिए बेहतर हैं ये चीज़ें
दालों में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, इसलिए डिनर में रोज़ बदल-बदल कर दालों का सेवन करना चाहिए। जो लोग वजन कम करने के लिए डाइटिंग कर रहे हों, उन्हें डिनर में फल और उबली सब्ज़ियाँ खानी चाहिए। अगर आपको नॉनवेज खाए बिना चैन नहीं मिलता है, तो चिकन-मटन की जगह आप डिनर में फिश खाएँ। फिश में बहुत कम मात्रा में कैलोरी होती है, जिससे वजन नहीं बढ़ता है।