गर्मियों में पूर्वोत्तर में घूमने की बनाएं योजना, जानें यहां के UNESCO विश्व धरोहर स्थल
पूर्वोत्तर भारत पूरी दुनिया में अपनी प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विविधता और इतिहास के लिए जाना जाता है। यहां कई UNESCO विश्व धरोहर स्थल हैं, जिनकी यात्रा करके आपको बेहद आनंद महसूस होगा। लुभावने नजारों से लेकर यहां की संस्कृति तक, पूर्वोत्तर भारत में देखने के लिए बहुत कुछ है। साथ ही यहां का खाना भी लजीज और स्वादिष्ट होता है। आप अपने परिवार के साथ यहां आएं तो इन 5 लोकप्रिय स्थानों को देखना न भूलें।
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान
असम के मध्य में स्थित काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान एक UNESCO विश्व धरोहर स्थल है। यह जगह लुप्त होने वाले एक सींग वाले गैंडों की आबादी के लिए प्रसिद्ध है। यह पार्क बाघों, हाथियों और पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों का भी घर है। पार्क के विविध पारिस्थितिकी तंत्र और संरक्षण प्रयासों ने इसे वैश्विक पहचान दिलाई है। यहां के अन्य आकर्षण जीप सफारी, हाथी की सवारी और काजीरंगा नाव सफारी हैं।
मानस वन्यजीव अभयारण्य
भूटान की सीमा से सटा मानस वन्यजीव अभयारण्य असम में एक और UNESCO विश्व धरोहर स्थल है। यह जगह अपने प्राचीन जंगलों और घास के मैदानों के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर बंगाल टाइगर, भारतीय हाथी और पिग्मी हॉग सहित दुर्लभ वन्यजीव प्रजातियां देखने को मिलती हैं। यह लुप्त होने के खतरे वाले जीवों के लिए एक जरूरी संरक्षण क्षेत्र के रूप में काम करता है और प्रकृति प्रेमियों के लिए घूमने के लिए अच्छी जगह है।
जीरो
जीरो उत्तर पूर्व भारत में एक सुंदर जगह है, जो अपने चावल के खेतों और देवदार की पहाड़ियों के लिए जानी जाती है। चीड़ से ढकी पहाड़ियों और चावल के खेतों के लिए प्रसिद्ध यह जगह हर साल सितंबर में लोकप्रिय जीरो संगीत समारोह का भी आयोजन करती है। जीरो को UNESCO की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किया गया है। इस शहर में लगभग पूरे साल हल्की और ताजा हवाएं चलती रहती हैं।
अपातानी सांस्कृतिक परिदृश्य
UNESCO विश्व धरोहर केंद्र के अनुसार, नीली पहाड़ियों से घिरी जीरो घाटी एक उदाहरण प्रस्तुत करती है कि कैसे मनुष्य और प्रकृति एक साथ रहकर उभरती है। पूर्वी हिमालय में एक प्रमुख जातीय समुदाय है अपातानीय। यह समुदाय संगठित भूमि उपयोग के तरीकों और प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन और संरक्षण के लिए जाने जाते हैं। इस अद्भुत भूमि संरक्षण को देखने के लिए दूर-दूर से लोग उत्तर पूर्व भारत पहुंचते हैं।
कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान
हिमालय की गोद में स्थित सिक्किम में कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान UNESCO का विश्व धरोहर स्थल है। दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी, राजसी कंचनजंगा के नाम पर रखा गया यह पार्क प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग है। यह अपने बर्फ से ढके पहाड़ों, अल्पाइन घास के मैदानों और विविध वनस्पति और जीवों के लिए प्रसिद्ध है। कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान में मैदान, घाटियां, झीलें, ग्लेशियर और प्राचीन जंगल हैं। आप यहां दोस्तों के साथ आकर अच्छा समय बिता सकेंगे।