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चैत्र नवरात्रि के शुभ दिनों में करें उत्तर प्रदेश स्थित माता के इन मंदिरों के दर्शन

चैत्र नवरात्रि के शुभ दिनों में करें उत्तर प्रदेश स्थित माता के इन मंदिरों के दर्शन

लेखन सयाली
Mar 24, 2025
08:06 pm

क्या है खबर?

नवरात्रि हिंदू धर्म का महत्वपूर्ण त्योहार है, जो साल में 4 बार मनता है। इन्हीं में से एक चैत्र नवरात्रि कहलाती है, जो इस साल 30 मार्च से शुरू हो रही है। इस दौरान 9 दिनों तक मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस पावन त्योहार पर श्रद्धालु व्रत रखते हैं और माता के मंदिरों में माथा टेकते हैं। चैत्र नवरात्रि पर आप उत्तर प्रदेश स्थित मां के इन मंदिरों के दर्शन करने जा सकते हैं।

#1

विंध्यवासिनी मंदिर

आप चैत्र नवरात्रि के दिनों में मिर्जापुर में स्थित विंध्यवासिनी मंदिर के दर्शन करने जा सकते हैं। विंध्याचल पर्वत पर स्थित इस मंदिर में देवी के महामाया रूप की पूजा की जाती है। मान्यता है कि राक्षस महिषासुर का वध करने के बाद देवी विंध्याचल पर्वत पर ही निवास करने आई थीं। कहा जाता है कि यह मंदिर सृष्टि के निर्माण के बाद भी अस्तित्व में रहेगा। हर साल नवरात्रि के मौके पर यहां लाखों श्रद्धालु माथा टेकने आते हैं।

#2

विशालाक्षी मंदिर

विशालाक्षी मंदिर उत्तर प्रदेश के सबसे पवित्र शक्तिपीठों में से एक माना जाता है, जो कि वाराणसी में स्थित है। यह माता सती की 51 शक्तिपीठों से एक है और इसके दर्शन मात्र से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस स्थान पर माता सती के कर्ण कुण्डल का मणि गिरा था। इसलिए यह मंदिर विशालाक्षी के अलावा मणिकर्णी शक्तिपीठ के नाम से भी जाना जाता है।

#3

चंद्रिका देवी मंदिर

चंद्रिका देवी मंदिर मां भवानी को समर्पित मंदिर है, जो उत्तर प्रदेश के लखनऊ में स्थित है। इस मंदिर को एक प्रमुख तीर्थ स्थल माना जाता है और यहां हजारों भक्तों की भीड़ लगती है। मंदिर के इतिहास का संबंध महाभारत और रामायण से जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी से पहले किया गया था। मान्यता है कि इस मंदिर के दर्शन मात्र से ही भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

#4

प्रयाग शक्तिपीठ

प्रयागराज में भी मां सती का एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ बसा हुआ है। त्रिवेणी संगम तट के किनारे स्थित इस शक्तिपीठ का नाम प्रयाग शक्तिपीठ है। इसके बारे में कहा जाता है कि यहां माता सती के हाथ की अंगुली गिरी थी। इस शहर में 3 शक्तिपीठ बसे हैं, जिनका नाम ललिता देवी, कल्याणी देवी और अलोपी देवी मंदिर है। माना जाता है कि प्रयागराज पर बसी गंगा नदी में डुबकी लगाने से जीवन के सारे पाप धुल जाते हैं।