
दुनिया में पाई जाती हैं कई प्रकार की लोमड़ी, जानिए उनके बारे में
क्या है खबर?
लोमड़ी कुत्ते की तरह दिखने वाला एक जानवर है, जो मुख्य रूप से उत्तरी गोलार्ध में पाया जाता है।
लोमड़ी की कई तरह की प्रजातियां होती हैं, जिनमें से हर एक की अपनी खासियतें और आदतें होती हैं।
इस लेख में हम आपको लोमड़ी की कुछ प्रमुख प्रजातियों के बारे में बताएंगे, जो उनके आकार, रंग और रहने की जगह के आधार पर पहचानी जाती हैं।
#1
फेनक लोमड़ी
फेनक लोमड़ी उत्तरी अफ्रीका के रेगिस्तानी इलाकों में पाई जाती है। यह सबसे छोटी लोमड़ी प्रजाति है और इसका वजन केवल 1.5 से 2.5 किलोग्राम तक होता है।
इसके बड़े-बड़े कान इसे गर्मी से बचाने में मदद करते हैं और इसकी तेज सुनने की क्षमता इसे शिकार करने में मदद करती है।
फेनक लोमड़ी रात में सक्रिय रहती है और अपने बिलों में रहती है, जहां वह आराम कर सकती है।
#2
आर्कटिक लोमड़ी
आर्कटिक लोमड़ी ठंडे इलाकों जैसे अलास्का, कनाडा, ग्रीनलैंड और रूस में पाई जाती है।
इसका मोटा सफेद फर इसे ठंडे मौसम में गर्म रखता है। गर्मियों में इसका फर भूरे रंग का हो जाता है ताकि यह पर्यावरण में अच्छी तरह से मिल सके।
आर्कटिक लोमड़ी शिकार करने में बहुत कुशल होती है। इनकी खासियत इनका रंग और शिकार करने की क्षमता है।
#3
वुल्प्स लोमड़ी
वुल्प्स लोमड़ी की कई उप-प्रजातियां होती हैं, जो अलग-अलग प्रकार के इलाकों में पाई जाती हैं।
इनमें सामान्य यूरोपीय वल्प्स शामिल हैं, जिसे ग्रे फॉक्स या रेड फॉक्स भी कहा जाता है। इसके अलावा, आर्कटिक वुल्प्स, फेनक वुल्प्स और किट वुल्प्स भी शामिल हैं।
हर उप-प्रजाति अलग-अलग आकार, रंग और आदतों वाली होती है। इनकी खासियत इनके आकार, रंग और रहने का स्थान है।
#4
किट लोमड़ी
किट लोमड़ी मुख्य रूप से उत्तरी अमेरिका में पाए जाते हैं। ये छोटे आकार के होते हैं और इनका वजन केवल 1-2 किलोग्राम तक होता है।
इनका फर मुलायम होता है, जो इन्हें ठंड से बचाता है। किट लोमड़ी ज्यादातर रात में सक्रिय रहते हैं और अपने बिलों में रहते हैं, जहां वे आराम कर सकते हैं।
ये अपने छोटे आकार और मुलायम फर के लिए जाने जाते हैं।
#5
तिब्बती लोमड़ी
तिब्बती लोमड़ी मुख्य रूप से तिब्बत के पठार पर पाई जाती है। इसका फर मोटा होता है, जो इसे ठंड से बचाता है।
इनका रंग हल्का भूरा या सफेद होता है, जो इन्हें पर्यावरण में मिल जाने में मदद करता है। तिब्बती लोमड़ी ज्यादातर घास वाले क्षेत्रों में रहती हैं, जहां वे अपने भोजन के रूप में चूहों और अन्य छोटे जानवरों का शिकार करती हैं।
इनकी खासियत इनका मोटा फर और शिकार करने की आदत है।