स्वतंत्रता दिवस: आजादी का जश्न मनाने के लिए इन 5 जगहों का करें रुख
क्या है खबर?
भारत इस साल 15 अगस्त को अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है।
ऐसे में अगर आप टीवी पर लाल किले के ध्वजारोहण को देखने के अलावा कुछ अलग करना चाहते हैं तो सोमवार को छुट्टी लेकर लंबे वीकेंड पर कहीं जाने का प्लान बना सकते हैं या फिर 15 अगस्त को दिल्ली के आस-पास घूम सकते हैं।
आइए आज हम आपको 5 ऐसी जगहों के बारे में बताते हैं, जहां जाकर आप आजादी का जश्न मना सकते हैं।
#1
लाल किला (दिल्ली)
पुरानी दिल्ली के मुख्य आकर्षणों में से एक लाल किले न शुरुआती शताब्दियों में मुगलों की राजधानी के रूप में कार्य किया।
लाल बलुआ पत्थर से बने इस किले का निर्माण 1638 में शाहजहां की देखरेख में शुरू हुआ था और 1648 में पूरा हुआ था।
साल 2007 में इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था।
अगर आप 15 अगस्त पर कहीं घूमने जाना चाहते हैं तो यह जगह बेहतरीन है।
#2
झांसी का किला (उत्तर प्रदेश)
अगर आप लॉन्ग वीकेंड पर कहीं जाना चाहते हैं तो उत्तर प्रदेश जाना बेहतरीन है।
यहां बंगीरा के पहाड़ की चोटी पर झांसी का किला स्थित है और इसका निर्माण 400 साल पहले ओरछा के राजा बीर सिंह जूदेव ने करवाया था।
यह किला बाद में रानी लक्ष्मीबाई के नियंत्रण में चला गया था, जिन्होंने यहां 1857 के भारतीय विद्रोह का नेतृत्व किया था।
इस किले को मराठा और बुंदेलखंडी शैली की वास्तुकला में बनाया गया है।
#3
वाघा बॉर्डर और जलियांवाला बाग (पंजाब)
आप चाहें तो लॉन्ग वीकेंड पर पंजाब का रुख भी कर सकते हैं।
पंजाब और पाकिस्तान की सीमा पर स्थित वाघा बॉर्डर एक ऐसा स्थान है, जो साल 1959 के बाद से हर दिन झंडा उतारने और फहराने के बीटिंग रिट्रीट समारोह के लिए जाना जाता है।
इसके अलावा जलियांवाला बाग की दीवारें उन सैकड़ों बेगुनाहों के खून से रंगी हुई हैं, जिनकी साल 1919 में ब्रिटिश अधिकारी जनरल डायर ने बेरहमी से हत्या कर दी थी।
#4
सेलुलर जेल (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह)
लॉन्ग वीकेंड के दौरान अंडमान और निकोबार का भी रुख किया जा सकता है।
अंग्रेजों ने भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों को बंद करने के लिए अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में स्थित सेलुलर जेल का इस्तेमाल किया था।
बटुकेश्वर दत्त, योगेंद्र शुक्ला और दीवान सिंह जैसे कई स्वतंत्रता सेनानी इस जेल में बंद रहे थे।
यहां हर शाम एक लाइट एंड साउंड शो उन स्वतंत्रता सेनानियों की याद में आयोजित होता है, जिन्होंने अपने अंतिम दिन यहां कैद में बिताए थे।
#5
साबरमती आश्रम (गुजरात)
गुजरात का साबरमती आश्रम भी एक खूबसूरत जगह है।
साबरमती नदी के तट पर स्थित यह आश्रम साल 1917 से 1930 तक महात्मा गांधी का निवास स्थान था और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के मुख्य केंद्रों में से एक रहा।
आज तक यह शांति और शांति चाहने वालों के लिए एक आध्यात्मिक जगह बना हुआ है। इस जगह पर हर भारतीय को जरूर जाना चाहिए।