सिर पर चोट लगने पर इन बातों का रखें ध्यान, वरना हो सकती है दिक्कत
जब कभी सिर पर चोट लग जाती है तो उस समय कुछ बातों पर आपका ध्यान जाना बेहद जरूरी है क्योंकि जरा-सी भी गलती शरीर को बहुत ही नुकसान पहुंचा सकती है। कभी-कभी चोट के बाद सिर बाहर से तो ठीक दिखाई देता है, लेकिन ब्रेन के अंदर खून जमने लगता है जो बाद में ब्लड कैंसर या फिर कई अन्य बीमारी हो जाती है। इसलिए उस चोट का सही उपचार करना बेहद ही आवश्यक होता है।
सबसे पहले डॉक्टर से सलाह लेनी है जरूरी
सिर ऊपर से जितना कड़क और मजबूत दिखाई देता है अंदर से वो उतना ही नाजुक होता है। कभी-कभी सिर की चोट नर्वस सिस्टम को बुरी तरह से डैमेज भी कर देती है। इसलिए जब कभी सिर पर चोट लग जाती है तो सबसे पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। चोट लगते ही आप घायल व्यक्ति को डॉक्टर के पास तो लेकर जाएंगे ही, उससे पहले डॉक्टर से कॉल करके पूछ सकते हैं कि उस समय स्थिति को कैसे संभाले।
चोट ग्रस्त व्यक्ति को हिलाए-डुलाए नहीं
ऐसा न सिर्फ सिर पर चोट लगने वाले व्यक्ति के साथ करना चाहिए बल्कि किसी भी मरीज को अधिक हिलाना-डुलना नहीं चाहिए। चाहें वो हाथ-पैर या कंधे में चोट लगा मरीज ही क्यों न हो। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मष्तिक में चोट लगने वाले मरीज को अधिक हिलाने-डुलाने से उसे सांसे लेने में परेशानी होती है और कभी-कभी अधिक ब्लीडिंग भी होने लगता है। इसलिए ऐसा कुछ न करें।
चोट को छूने की न करें गलती
जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि जिस चोट या बीमारी के बारे में आप नहीं जानते उसका इलाज खुद से नहीं करना चाहिए। ऐसे ही चोट लगने पर घाव को बार-बार छूना अधिक खतरा बढ़ा सकता है। अगर घाव में से खून नजर आ रहा है तो उसे साफ कपड़े से हल्का बांध लें और तुरंत किसी नजदीकी अस्पताल में जाएं। अगर सिर से खून बह रहा है तो उसे रोकने की हर संभव कोशिश करें।
इन बातों का भी रखें खास ध्यान
1) सिर पर चोट लगे मरीज को बेचैनी हो तो उसके आस-पास की जगह को थोड़ा खाली कर दें ताकि वह असहज महसूस न करें। 2) अगर सिर पर चोट लगे व्यक्ति को उल्टी हो रही हो तो उसे सीधा खड़ा कर दें या फिर उसे आराम से एक करवट लेटा दें। 3) अगर व्यक्ति बेहोश पड़ा है और सांस नहीं ले पा रहा है तो उसे मुंह से सांस भी दे सकते हैं और जल्द एंबुलेंस को बुला लें।