
प्रकृति के करीब रहने से पुराना पीठ दर्द हो सकता है दूर, अध्ययन में खुलासा
क्या है खबर?
पीठ दर्द एक ऐसी समस्या है, जिसके कारण हमारी रोजाना की गतिविधियां प्रभावित हो सकती है, जैसे उठना-बैठना या चलना-फिरना।
आमतौर पर लोग इस दर्द को नियंत्रित करने के लिए दवा का सहारा लेते हैं, लेकिन एक नए अध्ययन से पता चला है कि अगर आप प्रकृति के करीब समय बिताते हैं तो इससे आपकी समस्या काफी हद तक कम हो सकती है।
आइए इस अध्ययन के बारे में विस्तार से जानते हैं।
अध्ययन
अध्ययन के लिए 10 लोगों से लिया गया इंटरव्यू
जर्नल ऑफ पेन में प्रकाशित यह अध्ययन यूनाइटेड किंगडम (UK) के प्लायमाउथ विश्वविद्यालय, एक्सेटर विश्वविद्यालय और पर्यावरण मनोविज्ञान विशेषज्ञों द्वारा किया गया और यह 10 लोगों के इंटरव्यू पर आधारित है, जिन्होंने 5 से 38 वर्षों के बीच पुराने पीठ दर्द का अनुभव किया है।
प्लायमाउथ विश्वविद्यालय के शोधकर्ता और अध्ययन के प्रमुख लेखक अलेक्जेंडर स्मिथ ने कहा, "पीठ दर्द अन्य शारीरिक समस्याओं की तरह बहुत दिक्कतें देता है, लेकिन प्रकृति इस स्थिति को सुधारने में मदद कर सकती है।"
बयान
प्राकृतिक उपाय कर सकते हैं कई समस्याओं के जोखिम कम- सैम
अलेक्जेंडर ने आगे कहा, "हमारे अध्ययन से पता चला है कि जो लोग प्रकृति के बीच समय बिताते हैं, उन्होंने खुद में कई अच्छे बदलाव महसूस किए।"
अध्ययन के वरिष्ठ लेखक डॉक्टर सैम ह्यूजेस ने कहा, "यह अध्ययन स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के प्रति जागरूक करने और उनसे बचाव या उनके जोखिमों को कम करने के लिए प्राकृतिक उपाय साझा करता है।"
लाभ
प्रकृति के बीच समय बिताने से लोगों को मिले कई लाभ
इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने पुराने पीठ दर्द से ग्रस्त लोगों से पूछा कि प्रकृति ने उनकी स्थिति को सुधारने में कैसी भूमिका निभाई है।
इसके बाद प्रकृति के बीच समय बिताने वाले लोगों मे कहा कि इससे उन्हें दूसरों लोगों से जुड़ने में मदद मिली और कुछ समय रोजाना कसरत करने से उनका पीठ दर्द भी कम होने लगा।
इसके अतिरिक्त तनाव से भी छुटकारा मिल सकता है।
अन्य टिप्स
पुरानी पीठ दर्द की समस्या से राहत के लिए ये तरीके भी अपनाएं
रोजाना स्ट्रेचिंग करना आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। इससे आपकी मांसपेशियों में लचीलापन आता है और रक्त संचार बेहतर होता है।
इसके अतिरिक्त सही तरीके से बैठना बहुत जरूरी है ताकि आपकी रीढ़ की हड्डी पर दबाव न पड़े।
सोते समय सही गद्दे और तकिया चुनना भी बहुत अहम है। ऐसा गद्दा चुनें, जो आपकी पीठ को सहारा दे सके और ऐसा तकिया लें जो आपके सिर और गर्दन को सही स्थिति में रख सके।