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पानी से कुछ मिनट बाहर रहकर जमीन पर चल सकती हैं ये मछलियां
पानी से कुछ समय बाहर रहने वाली मछली

पानी से कुछ मिनट बाहर रहकर जमीन पर चल सकती हैं ये मछलियां

लेखन अंजली
Aug 14, 2025
09:11 pm

क्या है खबर?

आमतौर पर मछलियां पानी में ही रहती हैं और वहीं इनके लिए खाना और आश्रय भी उपलब्ध होता है, लेकिन कुछ मछलियां पानी से बाहर भी रह सकती हैं। जी हां, ऐसी मछलियां हैं, जो पानी से बाहर रहकर भी जीवित रह सकती हैं और उनमें से कई तो चलना भी सीख चुकी हैं। आइए आज हम आपको पांच ऐसी मछलियों के बारे में बताते हैं, जो पानी से बाहर चल सकती हैं।

#1

रेड लिप बैटफिश

रेड लिप बैटफिश एक ऐसी मछली है, जो समुद्र के गहरे हिस्सों में पाई जाती है। यह मछली अपने लाल होंठों के कारण जानी जाती है और यह अपनी छोटी सी पूंछ के जरिए पानी से बाहर चल सकती है। रेड लिप बैटफिश आमतौर पर अपने अजीबोगरीब लुक और चलने के तरीके के लिए मशहूर है। यह मछली अपने अनोखे रूप और व्यवहार के कारण वैज्ञानिकों और जलीय जीव प्रेमियों का ध्यान आकर्षित करती है।

#2

वॉकिंग कैटफिश

वॉकिंग कैटफिश एक अनोखी मछली है, जो पानी से बाहर चल सकती है। यह मछली अपने पैरों का उपयोग करके जमीन पर चलती है, जैसे हम लोग चलते हैं। यह मछली आमतौर पर दलदली क्षेत्रों में पाई जाती है, जहां पानी की गहराई कम होती है। वॉकिंग कैटफिश अपने पैरों का उपयोग करके खाना खोजती है और अपने अंडों को सुरक्षित रखने के लिए जमीन पर भी आती है।

#3

फ्रॉग फिश

फ्रॉग फिश एक अनोखी प्रजाति है, जो पानी से बाहर भी रह सकती है। इस मछली का शरीर मेंढक जैसा दिखता है और यह अपने लंबे पैरों की मदद से जमीन पर चल सकती है। फ्रॉग फिश आमतौर पर उथले पानी वाले क्षेत्रों में पाई जाती है, जहां वह कीड़े-मकोड़े खाकर अपना पेट भरती है। इस मछली का अनोखा रूप और व्यवहार इसे अन्य मछलियों से अलग बनाता है।

#4

मडस्किपर

मडस्किपर एक ऐसी मछली है, जो कीचड़ भरे पानी में रहती है और जरूरत पड़ने पर जमीन पर भी चल सकती है। यह मछली अपने बड़े पैरों की मदद से जमीन पर चलती है ताकि वह कीड़े-मकोड़े खा सके। मडस्किपर आमतौर पर दलदली क्षेत्रों में पाई जाती है, जहां पानी की गहराई कम होती है। इस मछली का अनोखा व्यवहार और रूप इसे अन्य मछलियों से अलग बनाता है।

#5

हिल स्ट्रीम फिश

हिल स्ट्रीम फिश तेज बहाव वाली नदियों में पाई जाती है। यह मछली अपने शरीर को स्थिर रखने के लिए पत्थरों पर रूकती है और पानी के प्रवाह के साथ बहती रहती है। हिल स्ट्रीम फिश अपने शरीर को स्थिर रखने के लिए पत्थरों पर रूकती है और पानी के प्रवाह के साथ बहती रहती है। इसके अलावा हिल स्ट्रीम फिश मछली अपने शरीर को किसी भी सतह पर रगड़कर अपने रंग को बदल सकती है।