त्वचा के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है सोने की मुद्रा, जानिए कैसे
क्या है खबर?
इस बात से तो हर कोई वाकिफ है कि पर्याप्त मात्रा में नींद लेना स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद सिद्ध हो सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सोने की मुद्रा भी आपकी त्वचा के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है?
जी हां, ये बात सही है और इस मुख्य कारण आपके आसपास बैक्टीरियाओं की मौजूदगी या आपका तकिया हो सकता है।
चलिए फिर जानते हैं कि सोने की मुद्रा कैसी होनी चाहिए और कैसी नहीं।
#1
पेट के बल सोने से बचें
पेट के बल सोने से त्वचा का स्वास्थ्य काफी प्रभावित होता है क्योंकि इस मुद्रा में सोने से त्वचा को अच्छी तरह से ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है और ये कई तरह की त्वचा संबंधी समस्याओं का सबब बन सकती है।
यहीं नहीं पेट के बल सोने से चेहरा बिस्तर पर लगे बैक्टीरियाओं के संपर्क में भी आता है और इससे चेहरे पर दाग-धब्बों, कील-मुंहासों और आंखों पर सूजन की समस्या होने लगती हैं।
#2
न करें इस्तेमाल तकिए का इस्तेमाल
तकिए के कवर पर काफी मात्रा में धूल, गंदगी और बैक्टीरिया आदि एकत्रित हो जाते हैं जो चेहरे की त्वचा पर चिपककर त्वचा संबंधी समस्याओं का कारण बनते हैं।
इतना ही नहीं तकिए के इस्तेमाल से चेहरे की त्वचा आराम की स्थिति में आ जाती है और इससे चेहरे पर झुर्रियां पड़ने का खतरा भी काफी हद तक बढ़ जाता है।
अगर आप इन समस्याओं से निजात पाना चाहते हैं तो आज ही से तकिए को छोड़ दें।
#3
पीठ के बल सोना है बेहतऱ
बेशक पीठ के बल सोने से आपको थोड़े दिन परेशानी हो, लेकिन इस मुद्रा में सोने से न सिर्फ त्वचा बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचता है।
दरअसल, पीठ के बल सोने पर रीढ़ की हड्डी का सपोर्ट मिलता है और गले में दर्द नहीं होता। इस मुद्रा में सोने से पाचन भी अच्छा रहता है। इसके अलावा इर तरीके से सोने से त्वचा संबंधी समस्याओं से भी दूरी बनी रहती है।
#4
करवट में सोना
अगर आप करवट लेकर सोते हैं तो इससे भी शरीर और त्वचा को फायदा होता है, बस शर्त यह है कि आपको इस मुद्रा में भी तकिए का इस्तेमाल करने से बचना है।
बेहतर होगा अगर आप बाईं ओर करवट लेकर सोएं क्योंकि इस मुद्रा में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रहता है और हृदय भी बेहतर तरीके से अपना कार्य कर पाता है। बात अगर त्वचा की करें तो इस मुद्रा में सोना आपके लिए लाभकारी है।