महिलाओं के लिए वरदान हैं ये कोलेजन ड्रिंक्स, रोज़ाना पीने से देर से आता है बुढ़ापा
कोलेजन शरीर में सबसे अधिक मात्रा में पाए जाने वाला प्रोटीन है। यह ऊतकों और हड्डियों को साथ रखने का काम करता है। कोलेजन हड्डियों, माँसपेशियों, त्वचा, नाखूनों और बालों के लिए बहुत ज़रूरी होता है। शरीर में कोलेजन की कमी से जोड़ों में दर्द और जल्दी बुढ़ापे की समस्या का सामना करना पड़ता है। आज हम आपको कुछ ऐसे कोलेजन ड्रिंक्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका नियमित सेवन करने से देर से बुढ़ापा आता है।
इसलिए ज़रूरी है कोलेजन
कोलेजन एक प्राकृतिक प्रोटीन है, जो त्वचा को लचीला और माँसपेशियों को मज़बूत बनाता है। बढ़ती उम्र की वजह से शरीर में इसका स्तर कम होने लगता है और चेहरे पर झुर्रियाँ, जोड़ों में दर्द, बाल झड़ना और नाख़ून टूटने शुरू हो जाते हैं।
इस तरह काम करती है कोलेजन ड्रिंक्स
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कोलेजन में अमीनो एसिड हाईड्रॉक्सीप्रोलाइन होता है, जो युवा त्वचा में अद्वितीय है। एक हाईड्रॉक्सीप्रोलाइन कोलेजन टुकड़े में दो अमीनो एसिड होते हैं, जो त्वचा की कोशिकाओं को ट्रिगर करने का काम करते हैं। इससे त्वचा, स्कैल्प और शरीर में नए ऊतक बनते हैं और यह ऊतकों व हड्डियों को साथ रखने का काम भी करता है। इस वजह से व्यक्ति कई तरह की समस्याओं से बचा रहता है।
सेब का रस, अनार का रस
सेब में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है, जिससे त्वचा में कोलेजन का स्तर बढ़ता है। इससे त्वचा में कसावट और निखार आता है। इसके अलावा व्यक्ति बुढ़ापे और जोड़ों के दर्द से भी बचा रहता है। अनार का रस शरीर के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है। यह ख़ून को साफ़ करने के साथ-साथ शरीर में नई कोशिकाओं के निर्माण में भी मदद करता है। इससे झड़ते बाल, डल स्किन और घुटनों के दर्द से राहत मिलती है।
खीरे का रस, गाजर-चुकंदर का रस
खीरे के रस में एंटी-ऑक्सीडेंट्स के साथ प्रोटीन और पर्याप्त मात्रा में पानी होता है। यह त्वचा में कोलेजन का स्तर बढ़ाने के साथ त्वचा को बेदाग और ड्राइनेस की समस्या से भी बचाता है। गाजर-चुकंदर के रस में पोटैशियम, जिंक, आयरन, फ़ॉलिक एसिड, मैग्नीशियम, विटामिन C जैसे पोषक तत्व होते हैं। इस जूस का नियमित सेवन करने से शरीर में कोलेजन का स्तर बढ़ता है। इससे आप मुहाँसों, झुर्रियों और पिग्मेंटेशन से बची रहती हैं।
नींबू-अदरक का रस, पालक का रस
नींबू-अदरक के रस में पोटैशियम और एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो त्वचा में नई कोशिकाओं का निर्माण करते हैं। इससे त्वचा में लचीलापन आता है और निखार भी बना रहता है। पालक का रस हड्डियों को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें उच्च मात्रा में विटामिन K पाया जाता है, जो ऑस्टियोक्लास्ट की अत्यधिक मात्रा को रोकने में मदद करता है। ये वो कोशिकाएँ हैं, जो हड्डियों को नष्ट कर सकती हैं।