
बच्चों को घर के काम सिखाने से उन्हें मिल सकते हैं कई फायदे, जानें कैसे
क्या है खबर?
बच्चों को घर के काम करना सिखाना एक जरूरी जिम्मेदारी है। इससे न केवल उनका आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि वे जिम्मेदार नागरिक भी बनते हैं। इस लेख में हम आपको कुछ सरल और प्रभावी उपाय बताएंगे, जिनसे आपके बच्चे घर के काम करने में रुचि लेंगे और इसे खुशी-खुशी करेंगे। इन उपायों को अपनाकर आप अपने बच्चों को छोटी उम्र से ही जिम्मेदारियों का एहसास करा सकते हैं और उन्हें जीवन की अहमियत समझा सकते हैं।
#1
खेल-खेल में सिखाएं
बच्चों को घर के काम सिखाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप इसे एक खेल की तरह प्रस्तुत करें। उदाहरण के लिए सफाई करते समय एक समय सीमा निर्धारित करें और देखें कौन सबसे कम समय में सबसे ज्यादा सामान साफ करता है। इससे बच्चों का ध्यान बंटा रहेगा और वे इसे एक मजेदार गतिविधि मानेंगे। इसके अलावा आप छोटे-छोटे इनाम भी रख सकते हैं, जैसे कि सबसे पहले काम पूरा करने वाले को एक स्टार देना।
#2
जिम्मेदारियां बांटें
बच्चों को अलग-अलग जिम्मेदारियां देकर उन्हें यह समझाना जरूरी है कि हर किसी का योगदान अहम होता है। छोटे बच्चे झाड़ू लगाना, बर्तन धोना या कपड़े तह करना सीख सकते हैं। बड़े बच्चे खाना बनाने में मदद कर सकते हैं या घर की छोटी-मोटी मरम्मत कर सकते हैं। इससे वे समझेंगे कि घर का काम सभी का साझा होता है और हर किसी को इसमें भाग लेना चाहिए। इसके अलावा इससे उनकी जिम्मेदारी का एहसास भी बढ़ेगा।
#3
सकारात्मक प्रोत्साहन दें
जब बच्चे कोई काम अच्छे से करें तो उनकी तारीफ करना बहुत जरूरी होता है। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अगली बार और बेहतर करने की कोशिश करते हैं। आप उन्हें यह भी बता सकते हैं कि उनका काम कितना अहम है और इससे पूरे परिवार पर क्या असर पड़ता है। इसके अलावा बच्चों को यह भी समझाना जरूरी है कि घर के काम करना सिर्फ उनकी जिम्मेदारी नहीं बल्कि पूरे परिवार की होती है।
#4
उदाहरण पेश करें
बच्चे अक्सर अपने माता-पिता की नकल करते हैं, इसलिए अगर आप खुद घर के काम समय पर पूरा करते हैं तो बच्चे भी आपकी तरह बनने की कोशिश करेंगे। उन्हें यह दिखाएं कि कैसे छोटे-छोटे काम आसानी से किए जा सकते हैं और इससे घर साफ-सुथरा रहता है। इसके अलावा आप उन्हें यह भी समझा सकते हैं कि घर के काम करना कितना जरूरी होता है और इससे पूरे परिवार पर क्या असर पड़ता है।
#5
धैर्य रखें
बच्चों को हर चीज तुरंत नहीं आती है इसलिए धैर्य रखना बहुत जरूरी होता है। शुरुआत में वे गलतियां करेंगे, लेकिन धीरे-धीरे वे सही तरीके से काम करना सीख जाएंगे। उन्हें बार-बार समझाएं कि कहां गलती हो रही है और कैसे सुधार किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में धैर्य रखना बहुत जरूरी होता है ताकि बच्चे आत्मविश्वास के साथ अपने काम कर सकें और गलतियों से सीख सकें।