वजन नियंत्रित करने से लेकर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है इमली, जानिये इसके फायदे
क्या है खबर?
घर में स्वादिष्ट चटनी बनानी हो या जायकेदार सांभर अगर उसमें थोड़ा सी खट्टी-मिट्ठी इमली का इस्तेमाल कर दिया जाए तो खाने का स्वाद बढ़ना तय है, लेकिन इमली सिर्फ खाने का जायका बढ़ाने तक ही सीमित नहीं है। दरअसल यह स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी कई प्रकार से लाभदायक है।
आज हम आपको इसके ही फायदे बताने जा रहे हैं जिनके बारे में जानकर आप यकीन नहीं कर पाएंगे। चलिए फिर गौर फरमाते हैं।
#1
वजन नियंत्रित करने में कारगर है इमली
अगर आप वजन नियंत्रित करने की कोशिश में लगे हैं तो अपनी डाइट में इमली के बीज को जरूर शामिल करें क्योंकि इमली के बीज में ट्रिप्सिन इन्हिबिटर गुण (प्रोटीन को बढ़ाना और नियंत्रित करना) पाया जाता है।
यह खास गुण मेटाबॉलिक सिंड्रोम को दूर करके भूख को कम कर सकता है जिससे वजन कम करने में मदद मिल सकती है।
इमली के बीज के अलावा इमली के गूदे का अर्क मोटापा कम करने में मददगार माना जाता है।
#2
हृदय संबंधित रोगों से बचाने में मददगार है इमली
किसी भी तरह की हृदय संबंधित बीमारी का जिम्मेदार फ्री रेडिकल्स को माना जाता है और इमली में पाए जाने वाले शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण इन फ्री रेडिकल्स के हानिकारक प्रभाव से हृदय की सुरक्षा कर सकते हैं।
इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंट गुण कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित रखने में मदद करता है जिसको हृदय रोगों का एक जोखिम कारक माना जाता है।
इसलिए इमली को हृदय के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जा सकता है।
#3
पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहायक है इमली
पाचन तंत्र शरीर का अहम भाग है जिसका स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है क्योंकि इसकी मदद से ही शरीर को पोषण मिलने में मदद मिलती है।
इमली का सेवन पाचन तंत्र को ठीक रखने में सकारात्मक भूमिका अदा कर सकता है क्योंकि इसमें लिनालूल नामक कंपाउंड पाया जाता है जो पाचन से जुड़ी कई समस्याओं से देने में सक्षम है।
अगर आप पाचन से जुड़ी किसी समस्या से ग्रस्त हैं तो अपने खाने में इमली का इस्तेमाल जरूर करें।
#4
रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है इमली
अगर रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो तो शरीर कई तरह की बीमारियों या संक्रमण की चपेट में आ सकता है।
अमूमन बीमार रहना रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने का लक्षण है। इस समस्या को दूर करने के लिए इमली का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
दरअसल इसके अर्क इथेनॉल में कई फ्लेवोनोइड यौगिक पाए जाते हैं। ये यौगिक इम्यूनोमॉड्यूलेटर की तरह काम करते हैं जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार हो सकता है।