केदारनाथ धाम के कपाट खुले, जानिए यात्रा से जुड़ी खास बातें
क्या है खबर?
केदारनाथ धाम उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है।
यह मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जिसके कपाट आज सुबह 6:30 बजे विशेष पूजा के साथ भक्तों के लिए खोल दिए गए।
धाम के कपाट मुख्य मंदिर के पुजारी जगद्गुरु रावल भीम शंकर लिंग शिवाचार्य द्वारा खोले गए।
हालांकि, भारी बर्फबारी सहित खराब मौसम की स्थिति ने इस तीर्थस्थल की चार धाम यात्रा को मुश्किल बना दिया है।
जोन
हिमस्खलन के येलो जोन में है केदारनाथ धाम
रक्षा भू-सूचना विज्ञान अनुसंधान ने पिछले 3 दिनों से रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी के कारण हिमस्खलन होने की संभावना जताई है और इसके कारण केदारनाथ को येलो जोन में रखा गया है।
अधिकारियों का कहना, "मौसम में सुधार होने तक सैकड़ों तीर्थयात्रियों को ऋषिकेश, गौरीकुंड, गुप्तकाशी और सोनप्रयाग में इंतजार करने के लिए कहा गया है।"
टिहरी के SSP नवनीत सिंह भुल्लर ने कहा कि तीर्थयात्रियों को भद्रकाली और व्यासी में भी रोका गया है।
रजिस्ट्रेशन
30 अप्रैल तक बंद किया गया यात्रा का रजिस्ट्रेशन
अधिकारियों के अनुसार, जो श्रद्धालु पहले ही केदारनाथ पहुंच चुके हैं, वे मंदिर के कपाट के औपचारिक उद्घाटन को देख सकते हैं।
हालांकि, नए तीर्थयात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन उत्तराखंड सरकार द्वारा 30 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया गया है क्योंकि मौसम विभाग द्वारा 29 अप्रैल तक बारिश और भारी बर्फबारी की आशंका जताई गई थी।
इस बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तीर्थयात्रियों की व्यवस्था का जायजा लेने गुप्तकाशी पहुंचे।
सजावट
35 क्विंटल फूलों से सजाया गया है मंदिर
मंदिर को सजाने में करीब 35 क्विंटल फूलों का इस्तेमाल किया गया है और सोमवार को बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह डोली धाम पहुंची।
बता दें कि केदारनाथ धाम के कपाट खुलने का समय और तिथि पंचांग के अनुसार ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर के पुजारी तय करते हैं।
महा शिवरात्रि पर उद्घाटन और समापन तिथियों की घोषणा की गई थी। 14 नवंबर, 2023 को मंदिर के कपाट बंद हो जाएंगे।
तरीके
यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन के तरीके
टेक्स्ट मैसेज या व्हाट्सऐप: मोबाइल नंबर +918394833833 पर Yatra टाइप करके भेजना होगा।
टोल फ्री नंबर: 01351364 के जरिए रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता हैं।
ऑनलाइन: सबसे पहले भक्तों को badrinath-kedarnath.gov.in और uttarakhandtourism.gov.in की आधिकारिक वेबसाइटों पर खुद को पंजीकृत करके केदारनाथ की यात्रा बुक करनी होगी। इसके बाद भक्तों को इसी वेबसाइट के माध्यम से अपना ई-पास डाउनलोड करना होगा।
ऑफलाइन: सोनभद्र पहुंचकर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होता है, फिर स्लॉट के आधार पर आपको दर्शन करने की तारीख मिलेगी।