स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है डिटॉक्स वाटर, इन तीन तरीकों से करें तैयार
बदलती जीवनशैली और खान-पान में आए परिवर्तन की वजह से शरीर में टॉक्सिक पदार्थ बनने लगते हैं, जिन्हें शरीर से निकालना जरूरी है। इससे बचने के लिए डिटॉक्स वाटर का सेवन करना चाहिए, क्योंकि डिटॉक्स वाटर ही है जो शरीर को आसानी से डिटॉक्सिफाई कर सकता है। इसलिए आज हम आपको अलग-अलग तरह के डिटॉक्स वाटर बनाने की विधि बताने जा रहे हैं, जिनको आप अपनी जरूरत के हिसाब से डाइट में शामिल कर सकते हैं।
दिल को स्वस्थ रखने के लिए इस तरह का बनाएं डिटॉक्स वाटर
सामग्री: आधा संतरा, अदरक और एक लीटर पानी। बनाने का तरीका: सबसे पहले अदरक को अच्छे से पीस लें। फिर छिलके समेत संतरे को बीच से पतले-पतले टुकडों में काट लें। अब इन दोनों सामग्रियों को पानी में डालकर फ्रिज में दो घंटे तक रख दें। इसका सेवन कभी भी कर सकते हैं। फायदा: संतरे एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन-C में समृद्ध हैं जो दिल को स्वस्थ बनाए रखते हैं और अदरक मांसपेशियों के दर्द को कम करने में मदद करता है।
मधुमेह और कैंसर के रोगियों के लिए वरदान साबित हो सकता है यह डिटॉक्स वाटर
सामग्री: पांच स्ट्रॉबेरी, आधा खीरा और एक लीटर पानी। बनाने का तरीका: सबसे पहले सभी स्ट्राबेरी को बारीक टुकड़ों और खीरे को पतले-पतले स्लाइस में काट लें। फिर इन दोनों सामग्रियों को पानी में मिलाएं। इसके बाद पानी को 10-12 मिनट ऐसे ही ढककर रखने के बाद सेवन करें। फायदा: यह मिश्रण शरीर की सूजन को कम करने, मधुमेह और इंसुलिन प्रतिरोध को रोकने में मदद करते हैं और विभिन्न प्रकार के कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं।
प्रतिरक्षा तंत्र को बढ़ावा देने और मोटापा कम करने के लिए पीएं यह डिटॉक्स वाटर
सामग्री: दो नींबू (पतले-पतले स्लाइस), एक लैवेंडर की टहनी और एक लीटर पानी। बनाने का तरीका: सबसे पहले पानी में नींबू और लैवेंडर को मिलाएं। इसके बाद इस मिश्रण को लगभग एक घंटे के लिए फ्रिज में रखने बाद सेवन करें। फायदा: नींबू विटामिन-सी में समृद्ध होता है जो विषाक्त पदार्थों को दूर कर प्रतिरक्षा तंत्र को बढ़ावा देने और वजन घटाने में मदद करता है। वहीं, लैवेंडर तनाव को कम करने में मददगार है।