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अपनी बालकनी के गार्डन में आसानी से उगा सकते हैं आलूबुखारा, जानिए तरीका
बालकनी के गार्डन में ऐसे उगाएं आलूबुखारा

अपनी बालकनी के गार्डन में आसानी से उगा सकते हैं आलूबुखारा, जानिए तरीका

लेखन अंजली
Nov 07, 2025
02:14 pm

क्या है खबर?

आलूबुखारा एक पौष्टिक और स्वादिष्ट फल है, जिसे आप अपनी बालकनी में आसानी से उगा सकते हैं। यह न केवल आपके खाने में ताजगी लाता है, बल्कि इसे अलग-अलग व्यंजनों में इस्तेमाल किया जा सकता है। इस लेख में हम आपको आलूबुखारा उगाने के लिए जरूरी टिप्स देंगे, जिससे आप अपने छोटे से बागान में भी इस फल का आनंद ले सकते हैं।

#1

सही मिट्टी का चयन करें

आलूबुखारा के पौधे के लिए अच्छी गुणवत्ता वाली मिट्टी का होना बहुत जरूरी है। इसके लिए आपको बागवानी की मिट्टी या फिर रेत, वर्मीकुलाइट और खाद का मिश्रण बनाना होगा। यह मिश्रण पौधे को पोषण देने के साथ-साथ पानी को अच्छे से सोखता भी है। ध्यान रखें कि मिट्टी अच्छी तरह से हवादार हो ताकि जड़ों को हवा मिल सके और वे स्वस्थ रहें। सही मिट्टी से आपके आलूबुखारे के पौधे तेजी से बढ़ेंगे।

#2

पर्याप्त धूप दें

आलूबुखारा के पौधे को दिन में कम से कम 6-8 घंटे की धूप चाहिए होती है। अगर आपकी बालकनी दक्षिण या पूर्व दिशा की ओर खुलती है तो यह आपके पौधे के लिए आदर्श है। अगर न खुलती हो तो आप पौधों को खिड़की के पास रखें जहां उन्हें पर्याप्त प्राकृतिक रोशनी मिल सके। धूप न मिलने पर पौधे कमजोर हो सकते हैं और फल भी कम आएंगे इसलिए सही स्थान चुनना जरूरी है।

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#3

नियमित रूप से पानी दें

पौधे को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से पानी देना जरूरी है, लेकिन ध्यान रखें कि ज्यादा पानी न दें क्योंकि इससे जड़ें सड़ सकती हैं। सबसे अच्छा तरीका है कि मिट्टी को हल्का गीला रखें और जब ऊपर की परत सूखी लगे तब ही पानी डालें। सुबह या शाम के समय पौधे को पानी दें ताकि वह ठीक से विकसित हो सके। सही मात्रा में पानी देने से आपके आलूबुखारे के पौधे मजबूत और स्वस्थ रहेंगे।

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#4

खाद का उपयोग करें

पौधे को पोषण देने के लिए समय-समय पर खाद डालते रहना चाहिए। जैविक खाद जैसे गोबर की खाद या कंपोस्ट सबसे अच्छा विकल्प होते हैं क्योंकि ये पौधे को प्राकृतिक तरीके से पोषित करते हैं। महीने में एक बार इनका छिड़काव करें ताकि पौधा स्वस्थ रहें और फल भी अच्छे आएं। इसके अलावा रासायनिक खाद का उपयोग करने से बचें क्योंकि ये मिट्टी की गुणवत्ता को खराब कर सकते हैं और पौधे को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

#5

छंटाई करें

छंटाई करने से पौधे की वृद्धि बेहतर होती है और हवा तथा रोशनी अच्छी तरह से पहुंचती रहती है। सूखी या मुरझाई पत्तियों और टहनियों को काट दें ताकि नए अंकुर निकल सकें। इसके अलावा इससे फल भी अच्छे आते हैं और पौधे की सेहत भी बेहतर रहती है। नियमित छंटाई करने से आलूबुखारे के पौधों की वृद्धि तेज होती है और वे ज्यादा फलदार बनते हैं। इससे आपके छोटे से बागान में भी ताजगी बनी रहती है।

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