
चिकनगुनिया के बाद जोड़ों में दर्द हो रहा है? इन 5 बातों का रखें ध्यान
क्या है खबर?
चिकनगुनिया एक वायरस से फैलने वाला रोग है, जो मच्छरों के काटने से होता है। इसके लक्षण बुखार, शरीर में दर्द और थकान होते हैं। कई लोग इस बीमारी से ठीक होने के बाद भी जोड़ों में दर्द महसूस करते हैं। यह दर्द कभी-कभी बहुत ज्यादा हो सकता है। इस लेख में हम आपको कुछ आसान उपाय बताएंगे, जिनसे आप चिकनगुनिया के बाद जोड़ों के दर्द को कम कर सकते हैं।
#1
गर्म सिकाई करें
गर्म सिकाई जोड़ों के दर्द को कम करने का एक असरदार तरीका है। आप इसके लिए गर्म पानी की बोतल या हीट पैड का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे प्रभावित हिस्से पर 15-20 मिनट तक रखें। इससे खून का बहाव बढ़ता है और सूजन कम होती है, जिससे दर्द में राहत मिलती है। अगर आपके पास ये चीजें नहीं हैं तो आप तौलिये को गर्म पानी में भिगोकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
#2
हल्दी का सेवन करें
हल्दी एक प्राकृतिक औषधि है, जो सूजन को कम करने में मदद कर सकती है। इसमें एक खास तत्व होता है, जो सूजन को कम करने में सहायक होता है। आप दूध में हल्दी मिलाकर पी सकते हैं या फिर इसे खाने में मसाले की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा हल्दी की गोलियों का सेवन भी कर सकते हैं, लेकिन किसी भी इलाज को आजमाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
#3
जैतून के तेल से मालिश करें
जैतून का तेल कुछ खास तत्वों से भरपूर होता है, जो जोड़ों की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। आप रोज रात को सोने से पहले इस तेल से अपने प्रभावित हिस्सों की मालिश कर सकते हैं। इससे खून का बहाव बढ़ता है और दर्द में राहत मिलती है। जैतून के तेल की मालिश से जोड़ों की मांसपेशियों को भी आराम मिलता है और वे अधिक लचीले होते हैं।
#4
हल्का व्यायाम करें
हल्का व्यायाम जैसे चलना, योग करना या स्ट्रेचिंग करना आपके जोड़ों के लिए फायदेमंद हो सकता है। इससे मांसपेशियों में ताकत आती है और खून का बहाव बेहतर होता है, जिससे दर्द कम होता है। रोजाना 30 मिनट तक हल्का व्यायाम करने से आपको बेहतर महसूस होगा और आपका मूड भी अच्छा रहेगा। इसके अलावा नियमित व्यायाम करने से आपकी ऊर्जा स्तर बढ़ेगा और आप अधिक सक्रिय महसूस करेंगे, जिससे जोड़ों का दर्द भी कम होगा।
#5
डॉक्टर की सलाह लें
अगर घरेलू उपायों से आपको राहत नहीं मिल रही है तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करें। वे आपकी स्थिति को समझकर उचित इलाज बता सकते हैं और जरूरी जांच कर सकते हैं। कभी भी खुद से दवा न लें या घरेलू नुस्खे अपनाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी है ताकि आपकी समस्या सही तरीके से हल हो सके और आपको जल्द ही राहत मिल सके।