दिवाली के बाद शरीर को प्रदूषण से बचाने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय, मिलेगी राहत
क्या है खबर?
दिवाली के त्योहार पर भले ही सरकार द्वारा पटाखे जलाने पर अनुमति न दी गई हो, लेकिन फिर भी इस दिवाली पटाखों का इस्तेमाल किया गया है। जिससे प्रदूषण के स्तर में वृद्धि हुई है, जो स्वाभाविक रूप से चिंताजनक है।
इन पटाखों से होने वाले प्रदूषण का असर हम सभी को झेलना पड़ रहा है। लेकिन ऐसे कई घरेलू तरीके है, जिन्हें अपनाकर आप प्रदूषण से होने वाले खतरे को कम कर सकते हैं।
आइए जानें।
#1
गुड़: विषैले पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में करे मदद
गुड़ में ऐसे कई एंटीबायोटिक तत्व पाए जाते हैं, जो आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद कर सकते हैं।
इसी वजह से गुड़ को स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है।
इसके अतिरिक्त गुड़ का सेवन करने से खून, फेफड़े, खाने की नली, सांस की नली में मौजूद गंदगी शरीर से बाहर निकल जाती है।
अगर आप प्रदूषित वातावरण से बचना चाहते हैं, तो नियमित रूप से गुड़ खाना शुरू कर दें।
#2
औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी
तुलसी में कई औषधीय गुण पाए जाते है, इसलिए तुलसी के पत्ते का सेवन करना आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। साथ ही नियमित रुप से तुलसी का जूस पिएं।
एक पैन में एक गिलास पानी के साथ पांच-छह तुलसी के पत्ते, थोड़ा सा अदरक व गुड़ के छोटे से टुकड़े को डालकर उबाल लें। फिर इस पानी को छान कर पी लें।
इस मिश्रण को पीने से आपके शरीर में मौजूद विषैले तत्व खत्म होने लगेंगे।
#3
नीम के पानी से नहाएं
नीम भी औषधीय गुणों का खजाना है।
आप नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर पी सकते हैं, तो इससे आपके शरीर में मौजूद दूषित कण खत्म हो जाएंगे।
इसके अलावा आप नीम के पत्तों को उबालकर इसके पानी से नहाएंगे तो आपकी त्वचा पर जमें विषैले पदार्थ भी हट जाएंगे।
अगर आप हफ्ते में दो से तीन बार नीम की पत्तियों का सेवन करेंगे तो आपके शरीर पर प्रदूषण का असर नहीं पड़ेगा और रक्त भी साफ हो जाएगा।
#4
विटामिन-सी से भरपूर फलों का करें सेवन
आपको अपनी डाइट में विटामिन सी से भरपूर पदार्थों जैसे फलों का सेवन करना चाहिए। संतरा, नींबू जैसे फल विटामिन-सी के अच्छे स्त्रोत हैं।
इन फलों में पाएं जाने वाले तत्व हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं और कई रोगों से भी लड़ने की क्षमता प्रदान करते हैं।
अगर आप विटामिन-सी से युक्त पदार्थों का सेवन करेंगे तो प्रदूषण का असर आपके शरीर पर नहीं पड़ेगा और आपको किसी गंभीर बीमारी का भी सामना नहीं करना पड़ेगा।