रोजाना च्यवनप्राश का सेवन करने से मिलते हैं कई स्वास्थ्य संबंधित फायदे
कई तरह की जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल करके बनाया जाने वाला च्यवप्राश एक आयुर्वेदिक खाद्य पदार्थ है जिसका सेवन करने की सलाह अक्सर दादी-नानी भी देती रही हैं। इसमें मौजूद आयुर्वेदिक सामग्रियां खांसी-जुखाम को जल्द भगाने के साथ कई समस्याओं को दूर करने में जो मदद करती हैं। आज हम आपको इसके सेवन से मिलने वाले स्वास्थ्य फायदे ही बताने जा रहे हैं जिनको जानने के बाद आप इसका रोजाना सेवन करना यकीनन शुरू कर देंगे।
हृदय को स्वस्थ रखने में सहायक होता है च्यवनप्राश
च्यवनप्राश का सेवन हृदय को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभा सकता है क्योंकि इसको बनाने के लिए आंवला और वसाका जैसी कई सामग्रियों का इस्तेमाल किया जाता है जो हृदय को स्वस्थ रखने और इसके बेहतर कार्य को सुनिश्चित करने के लिए लाभकारी मानी जाती हैं। साथ ही मांसपेशियों तक स्वस्थ रक्त प्रवाह को सुनिश्चित कर च्यवनप्राश हृदय की धड़कन को भी सही रख सकता है। इसलिए इसे कार्डियो टॉनिक माना गया है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती देने में कारगर है च्यवनप्राश
शरीर को स्वस्थ रखने में मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद ही अहम भूमिका अदा करती है, लेकिन आजकल की बिगड़ती जीवनशैली और गलत खान-पान के चलते यह सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही है। नियमित तौर पर च्यवनप्राश का सेवन इसको मजबूती देने में काफी मदद कर सकता है क्योंकि इसको बनाने के लिए इस्तेमाल की गई सामग्रियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता में मजबूत करने वाले प्रभाव पाए गए हैं।
खून को साफ करने में मददगार है च्यवनप्राश
खून को साफ करने में वही च्यवनप्राश लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं जिनमें पाटला को बतौर सामग्री इस्तेमाल किया गया हो। पाटला खून में मौजूद विषैले तत्वों को निकालकर इसे साफ करने का काम कर सकता है। साथ ही खून को ज्यादा गाढ़ा होने से भी रोकता है। इसलिए अगर आप खून को साफ करने के लिए च्यवनप्राश का सेवन करना चाहते हैं तो इसकी सामग्री में पाटला है या नहीं यह जरूर ध्यान दें।
पाचन और चयापचय में सुधार करता है च्यवनप्राश
नियमित तौर पर इस आयुर्वेदिक खाद्य पदार्थ का सेवन पाचन और चयाचाप में सुधार करने के लिए भी किया जा सकता है। दरअसल इसका सेवन खाने को अच्छे से पचाता है। साथ ही यह पेट संबंधी समस्या गैस्ट्रिटिस (पेट की परत में सूजन और जलन), पेट में ऐंठन और दर्द समेत गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल फंक्शन के लिए बेहतर पाया गया है। इसके अलावा च्यवनप्राश का सेवन चयाचाप पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है।