इन चार वजहों से नियमित करनी चाहिए फेशियल या क्लीनअप, त्वचा का निखार रहेगा बरकरार
बढ़ती उम्र में अपने शरीर के साथ-साथ त्वचा का खास ध्यान रखना बेहद जरुरी है। अगर आप ऐसा नहीं कर पाती हैं तो कम उम्र में ही आपकी त्वचा रूखी और मुरझाई हुई लग सकती है, ऐसे में फेशियल या क्लीनअप नियमित करने से त्वचा का निखार बरकरार रहता है। हालांकि, जो लोग यह कहते हैं कि ज्यादा फेशियल नुकसानदेह होता है तो उनकी इस गलतफहमी को आज हम दूर किए देते हैं। आइए जानें।
उम्रदराज नहीं आएंगी नज़र
बढ़ती उम्र सबसे पहले आपके चेहरे से पता चल जाती है, जिसकी वजह है आपका बेजान व मुरझाया हुआ सा नज़र आना। उम्र के बढ़ने के साथ-साथ कोलेजन का प्रोडक्शन घटता जाता है। कोलेजन आपकी त्वचा के लचीलेपन को बनाए रखती है। आपको बता दें कि जब कोलेजन घटता है, तो त्वचा ढीली और बेजान नज़र आने लगती है। लेकिन फेशियल या क्लीनअप कराने से आपकी त्वचा को पर्याप्त कोलेजन मिलता है, जिससे आपका निखार भी बरकरार रहता है।
डार्क सर्कल्स, पिग्मेंटेशन को कम करके निखारें अपनी त्वचा
यदि आपके चेहरे पर काली झाइयां या डार्क सर्कल्स साफ झलक रहे हैं, तो नियमित रूप से फेशियल जरुर कराएं, क्योंकि इस तरह का कालापन, पिग्मेंटेशन आदि का उम्र के साथ बढ़ना आम बात है। इसके अलावा सूरज की हानिकारक किरणें, प्रदूषण और हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ने से भी ये समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। नियमित फेशियल या क्लीनअप कराने से आपकी रंगत धीरे-धीरे एक समान नज़र आने लगेगी व दाग-धब्बे और डार्क सर्कल्स आदि भी धीरे-धीरे कम होने लगेगें।
रोमछिद्र का रखें खास ख्याल
विभिन्न तरह की चीजें जैसे हवा की नमी, प्रदूषण, गंदगी, पसीना, मेकअप आदि हमारे रोमछिद्रों को प्रभावित करके उन्हें ब्लॉक कर सकती हैं, जिसका असर आपके चेहरे पर साफ नज़र आता है। इसके अलावा इन चीजों की वजह से कई त्वचा संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है। रोज़ाना क्लींजिंग करने से आपकी त्वचा केवल ऊपरी स्किन साफ होती है, लेकिन बंद रोमछिद्र के अंदर गंदगी इकट्ठा होने लगती है। इसलिए रोज़ाना क्लीनअप करना आपके लिए फायदेमंद है।
फेशियल है ब्लैक और वाइट हेड्स को निकालने में मददगार
आजकल हर कोई नाक पर काले-काले डॉट्स व ठोढ़ी पर सफेद दाने यानी की ब्लैकहेड्स और वाइटहेड्स से परेशान हैं, लेकिन इस परेशानी से बचने के लिए क्लीन-अप या फेशियल से बेहतर विकल्प कुछ नहीं। आपको बता दें कि ऑयल और डेड सेल्स के संयोजन से ब्लैकहेड्स और वाइटहेड्स होते हैं, लेकिन फेशियल के दौरान एक्स्ट्रैक्शन टूल की मदद से नाक, माथे और ठोढ़ी पर मौजूद इन ब्लैक और वाइट हेड्स को निकाला जाता है।