धूल-मिट्टी से एलर्जी है तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे, जल्द मिलेगी राहत
धूल-मिट्टी से होने वाली एलर्जी के कारण अत्यधिक छींक आना, आंखों का लाल होना और सांस लेने में परेशानी महसूस होना जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ जाता है। ये ऐसी एलर्जी है जिससे बचना बहुत ही मुश्किल होती है। हालांकि ऐसा नहीं है कि इसका निवारण नहीं किया जा सकता और ऐसे कई असरदार घरेलू नुस्खे हैं जिन्हें अपनाकर इस समस्या से राहत पाई जा सकती है। आइए ऐसे ही कुछ नुस्खों के बारे में जानते हैं।
सेब के सिरके का करें इस्तेमाल
सेब के सिरके में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। ये गुण धूल-मिट्टी के कीटाणुओं को खत्म करके एलर्जी को कम करने में मदद कर सकते हैं। आपको जब भी धूल-मिट्टी से एलर्जी हो तो एक गिलास गुनगुने पानी में दो चम्मच सेब का सिरका और स्वादानुसार शहद मिलाकर इसका सेवन करें। इस घोल का सेवन नियमित रूप से दिन में एक से दो बार किया जा सकता है।
देसी घी और गुड का एक साथ करें सेवन
आयुर्वेद के अनुसार देसी घी का सेवन किसी भी तरह की एलर्जी को दूर करने में काफी मदद कर सकता है। अगर आपको एलर्जी के कारण बहुत अधिक छीकें आ रही हैं और रूकने का नाम नही ले रही हैं तो देसी घी और गुड का एक साथ सेवन करने से आपको काफी आराम मिल सकता है। जब भी धूल-मिट्टी से होने वाली एलर्जी के कारण छींके न रूकें तो इस घरेलू नुस्खे को अपनाया जा सकता है।
ग्रीन टी का सेवन देगा राहत
ग्रीन टी एंटी-माइक्रोबियल गुणों से समृद्ध होती है जो धूल-मिट्टी से होने वाली एलर्जी से राहत दिलाने में काफी मदद कर सकते हैं। राहत के लिए एक कप गर्म पानी में एक छोटी चम्मच शहद और एक छोटी चम्मच नींबू का रस मिलाएं। फिर इस मिश्रण में एक ग्रीन टी का बैग दो से तीन बार डुबोकर इसका सेवन करें। एलर्जी होने पर इस चाय का दिन में दो बार सेवन किया जा सकता है।
नीलगिरी या लैवेंडर ऑयल भी है कारगर
धूल-मिट्टी से होने वाली एलर्जी से बचने के लिए नीलगिरी के तेल या फिर लैवेंडर ऑयल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इन दोनों तेलों में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्गेसिक (Analgesic) गुण होते हैं जो एलर्जी से राहत दिला सकते हैं। राहत के लिए नीलगिरी के तेल या लैवेंडर ऑयल की कुछ बूंदों को भाप लेने वाले डिफ्यूजर में डालें। इसके बाद अपने सिर को ढककर भाप लें। इस प्रक्रिया को दिन में एक से दो बार दोहराएं।