लॉकडाउन: घर के फर्स्ट ऐड बॉक्स में जरूर होनी चाहिए ये चीजें, इमरजेंसी में आएंगी काम
कोरोना वायरस अब तक लाखों लोगों की जान ले बैठा है, क्योंकि अब तक इसका कोई इलाज या वैक्सीन नहीं है। हालांकि, डॉक्टर्स और कई शोधकर्ताओं ने मरीजों को ठीक करने के कुछ तरीके निकाले हैं जो कोरोना का संपूर्ण इलाज नहीं है। ऐसे में सावधानी के तौर पर हर घर में एक ऐसा फर्स्ट ऐड बॉक्स जरूर होना चाहिए, जिसका इस्तेमाल आप लॉकडाउन के चलते छोटी-मोटी चीजों के लिए कर सकते हैं। आइए जानें।
थर्मोमीटर
बुखार, कोरोना के मुख्य लक्षणों में से एक है, जिसकी जांच के लिए आपके पास थर्मोमीटर जरूर होना चाहिए। अगर आपके पास पहले से थर्मोमीटर है तो इसके लिए एक्सट्रा बैट्री खरीद लें। साथ ही थर्मोमीटर का इस्तेमाल करने के बाद उसे डिसइंफेक्ट करना न भूलें। अगर आपके पास थर्मोमीटर नहीं है तो खरीद लें और हो सके तो इंफ्रारेड थर्मोमीटर खरीदें। अगर बुखार आने पर ठंड, पसीना, कमजोरी और चक्कर महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
बुखार की दवा
बुखार होने पर सिर दर्द, बदन दर्द और कंपकपी जैसे लक्षण सामने आए तो उसके लिए आपके पास असरदार बुखार की दवाई जरूर होनी चाहिए। आप अपने फैमिली डॉक्टर की सलाह से असरदार दवाई को अपने फर्स्ट ऐड बॉक्स का हिस्सा बना सकते हैं और जरूरत पड़ने पर उसका सेवन कर सकते हैं। हालांकि, अगर आपको ज्यादा बुखार है और साथ में सूखी खांसी भी है तो आपको अपना चेकअप करवाना चाहिए।
खांसी और जुकाम की दवा
आपके फर्स्ट ऐड बॉक्स में खांसी और जुकाम की दवाईयां भी जरूर होनी चाहिए। अगर आपको थोड़ी-बहुत खांसी या जुकाम हो गया है तो आप वो दवाई ले सकते हैं। हालांकि, कोई भी नई दवा डॉक्टर की सलाह के बगैर नहीं लेनी चाहिए।
पल्स ऑक्सीमीटर
कुछ लोगों को अचानक निमोनिया हो जाता है, जिसके लक्षण दिखने से पहले इसकी वजह से ऑक्सीजन का स्तर गिरने लगता है। ऐसे में आपके पास पल्स ऑक्सीमीटर जरूर होना चाहिए। यह एक क्लीप मशीन होती है, जिसका इस्तेमाल करने से आप शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को नाप सकते हैं। इसे आप उंगली या कान पर क्लिप कर सकते हैं। 95-100 तक ऑक्सीजन स्तर सामान्य होता है। वहीं, 90 से नीचे का ऑक्सीजन स्तर कम माना जाता है।
फर्स्ट ऐड बॉक्स में इन चीजों का होना भी है जरूरी
इसके अलावा आपके फर्स्ट ऐड बॉक्स में एक एंटीसेप्टिक क्रीम, एक कैंची, पट्टी या टेप, रुई का पैकेट, स्पिरिट की बॉटल या डेटॉल और बैंडेज भी जरूर होनी चाहिए। जिससे अगर किसी को छोटी-मोटी चोट लग जाए तो तुरंत उसका इलाज किया जा सके।
इन बातों पर भी दें विशेष ध्यान
1) खांसी होने पर कोई अन्य दवा लेने से अच्छा विकल्प यह है कि आप स्ट्रैपसिल्स जैसी घुलने वाली दवा का सेवन करें, जिससे गले के दर्द में भी आराम मिल सकता है। 2) जब भी आप खुद को ज्यादा बीमार महसूस करें तो अस्पताल या क्लीनिक जाने से पहले अपने डॉक्टर से फोन पर बात करें। अपने लक्षण उन्हें विस्तार से बताएं, क्योंकि हो सकता है कि आपका इलाज घर बैठे ही हो सकता है।