चार तरह के होते हैं सिरदर्द, जानिए इनके लक्षण और उपचार
ज्यादातर लोग अक्सर सिरदर्द के कारण काफी असहज और विचलित हो जाते हैं और यह एक ऐसी चीज है जिससे हर कोई अपने जीवन में दो-चार हो चुका है। हालांकि बहुत कम लोग इस बात से वाकिफ हैं कि सिरदर्द कई प्रकार के होते हैं और इनमें से प्रत्येक के अपने विशिष्ट लक्षण और उपचार होते हैं। चलिए फिर आज हम आपको चार सामान्य सिरदर्दों के बारे में विस्तार से बताते हैं।
चिंता वाला सिरदर्द
निजी जिंदगी या फिर अन्य कई कारणों से लोग अक्सर चिंता करने लगते हैं और इससे सिरदर्द होना आम है। लेकिन बढ़ती चिंता के साथ यह सिरदर्द हाइपर टेंशन सिरदर्द में बदल जाता है जो बहुत ज्यादा दुखदाई होता है। लक्षण: सिर पर अधिक दबाव महसूस होना और फोरहेड पर चिंता से लकीरें उभरने लगना। उपचार: कुछ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें, हेल्दी डाइट लें और अगर सिरदर्द लगातार बना हुआ है तो डॉक्टर से संपर्क करें।
साइनस वाला सिरदर्द
साइनस यानी साइनोसाइटिस एक नाक संबंधी रोग है जिसके कारण व्यक्ति को न सिर्फ सांस लेने में दिक्कत होती है, बल्कि इस वजह से उसे सिरदर्द भी होता है। लक्षण: सिरदर्द के साथ-साथ बुखार और नाक का बंद होना, आंखों और गालों के आस-पास अजीब सा दबाव महसूस होना और थकान महसूस होना। उपचार: अपने डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाएं समय पर खाएं और जिस भी चीज (जैसे धूल-मिट्टी या ठंडक) से भी साइनस ट्रिगर होता है, उससे बचें।
माइग्रेन
माइग्रेन एक अहसनीय सिरदर्द है और किसी चोट, बीमारी या किसी दवा के नकारात्मक असर आदि समेत इसके कई कारण हो सकते हैं। लक्षण: इसमें सिर के दोनों ओर या एक तरफ रुक-रुककर भयानक दर्द होता है। दरअसल, माइग्रेन के समय दिमाग में खून का संचार बढ़ जाता है और इसी वजह से तेज दर्द होता है। उपचार: समय-समय पर डॉक्टरी जांच जरूरी है। माइग्रेन से कुछ हद तक राहत दिलाने में मेडिटेशन या नियमित एक्सरसाइज सहायक हो सकती हैं।
क्लस्टर सिरदर्द
क्लस्टर सिरदर्द एक दुर्लभ सिरदर्द है जो माइग्रेन की तुलना में अधिक दर्दनाक होता है और महिलाओं की तुलना में इससे पुरुष अधिक प्रभावित होते हैं। लक्षण: इसमें आंखों के चारों और तीखा दर्द महसूस होता है और ऐसा नींद के समय ज्यादा होता है। आंखों में लालिमा भी आती है। यह सिरदर्द 15 मिनट से तीन घंटे तक हो सकता है। उपचार: अगर ऐसा सिरदर्द हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और कोई स्क्रीन देखने बचें।