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बनारसी बनाम कांजीवरम बनाम चंदेरी साड़ी: जानिए इन तीनों के बीच का अंतर 
बनारसी बनाम कांजीवरम बनाम चंदेरी साड़ी

बनारसी बनाम कांजीवरम बनाम चंदेरी साड़ी: जानिए इन तीनों के बीच का अंतर 

लेखन अंजली
Jul 16, 2025
05:41 am

क्या है खबर?

बनारसी, कांजीवरम और चंदेरी साड़ियां भारतीय महिलाओं के बीच बहुत लोकप्रिय हैं। ये सभी साड़ियां अपनी खास विशेषताओं और डिजाइन के कारण अलग-अलग मौकों के लिए उपयुक्त मानी जाती हैं। इन तीनों साड़ियों की बनावट, रंग और पैटर्न में भी अंतर होता है। इस लेख में हम इन तीनों साड़ियों के बीच के अंतर को समझेंगे ताकि आप सही विकल्प चुन सकें और हर मौके पर सबसे खूबसूरत दिख सकें।

बनारसी

बनारसी साड़ी की खासियत

बनारसी साड़ियां उत्तर प्रदेश में बनाई जाती हैं और ये अपनी जरी की कारीगरी और सोने-चांदी के धागों से बने पैटर्न के लिए जानी जाती हैं। इन साड़ियों में अक्सर फूल, बेलबूटे और जाल की डिजाइन होती है, जो इन्हें बेहद आकर्षक बनाती हैं। बनारसी साड़ियां रेशमी होती हैं और इनका वजन भी अधिक होता है। ये शादी-ब्याह और त्योहारों जैसे खास मौकों पर पहनी जाती हैं क्योंकि ये बहुत ही शाही और सुंदर दिखती हैं।

कांजीवरम

कांजीवरम साड़ी का निर्माण

कांजीवरम साड़ियों का निर्माण तमिलनाडु में किया जाता है। ये साड़ियां रेशम के धागों से बनाई जाती हैं और इन पर सुनहरे धागों से बारीक डिजाइन बनाए जाते हैं। कांजीवरम साड़ियों की खासियत यह है कि इनका पल्लू चौड़ा होता है और इनमें पारंपरिक दक्षिण भारतीय डिजाइन होते हैं। ये साड़ियां बहुत ही मजबूत होती हैं और इनका रंग भी लंबे समय तक बरकरार रहता है, जिससे ये हर मौके पर उपयुक्त बनती हैं।

चंदेरी

चंदेरी साड़ियों की विशेषताएं

चंदेरी साड़ियां मध्य प्रदेश की शान हैं। ये हल्की और आरामदायक होती हैं, जो गर्मियों में खासकर पसंद की जाती हैं। चंदेरी साड़ियों पर बारीक कढ़ाई होती है, जो इन्हें आकर्षक बनाती है। इन साड़ियों में ज्यादातर हल्के रंगों का उपयोग किया जाता है, जिससे ये किसी भी अवसर पर आसानी से पहनी जा सकती हैं। चंदेरी साड़ियों की खासियत यह है कि ये बहुत ही मुलायम होती हैं, जिससे इन्हें पहनना बेहद आरामदायक होता है।

अंतर

इन तीनों साड़ियों के बीच का मुख्य अंतर

बनारसी, कांजीवरम और चंदेरी साड़ियां अपनी बनावट, डिजाइन और उपयोग में अलग-अलग हैं। बनारसी साड़ियां भारी और शाही होती हैं, जबकि कांजीवरम साड़ियां मजबूत और पारंपरिक दक्षिण भारतीय डिजाइन वाली होती हैं। चंदेरी साड़ियां हल्की और आरामदायक होती हैं, जो रोजमर्रा के उपयोग या छोटे-मोटे अवसरों के लिए उपयुक्त होती हैं। अब जब आप इन तीनों साड़ियों के बीच का अंतर जान चुके हैं तो अगली बार जब आपको साड़ी चुननी हो तो इन बातों का ध्यान रखें।