
बहुत मुश्किल से देखने को मिलते हैं ये जानवर, वजह जानकर हैरान रह जाएंगे
क्या है खबर?
कुछ जानवर ऐसे हैं, जो अपने अनोखे रंग और शारीरिक बनावट के कारण लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचते हैं।
हालांकि, कुछ ऐसे भी जानवर हैं, जो बहुत ही दुर्लभ हैं और जिनका आज के समय में होना लगभग नामुमकिन है। ऐसे जानवरों को देखने की इच्छा रखने वाले लोग शायद ही कभी इन जानवरों को देख पाते हैं।
आइए आज हम आपको उन पांच दुर्लभ जानवरों के बारे में बताते हैं, जिन्हें देख पाना मुश्किल है।
#1
साओला
साओला एक बहुत ही दुर्लभ जानवर है, जो वियतनाम और लाओस के कुछ हिस्सों में पाया जाता है।
यह जानवर एक सींग वाला हिरण जैसी दिखता है और इसकी आंखों के आस-पास सफेद धब्बे होते हैं, जिससे यह और भी आकर्षक लगता है।
यह जानवर जंगलों में रहता है और इंसानों से दूर रहता है इसलिए इसे देख पाना बहुत मुश्किल है। इसकी संख्या भी काफी कम है, जिससे इसकी पहचान और भी मुश्किल हो जाती है।
#2
पैंगोलिन
पैंगोलिन चींटी खाने वाला एक ऐसा जानवर है, जिसके शरीर पर कठोर तराजू जैसी परते होती हैं।
यह जानवर अफ्रीका और एशिया के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। इसकी बनावट इसे अपने शरीर को बचाने के लिए तराजू जैसी बनाती है, लेकिन इंसानों द्वारा किए गए शिकार के कारण यह भी अब बहुत ही कम हो गया है।
इसकी संख्या इतनी कम हो गई है कि अब इसे देख पाना भी मुश्किल है।
#3
स्नो लेपर्ड
स्नो लेपर्ड हिमालयन क्षेत्र में पाए जाने वाले दुर्लभ जानवरों में से एक है, जो अपनी सुंदरता और ताकत के लिए जाना जाता है।
इस जानवर की बनावट इसे बर्फीले क्षेत्रों में रहने में मदद करती है, लेकिन इंसानों द्वारा किए गए शिकार के कारण यह भी अब बहुत ही कम हो गया है।
इसकी संख्या इतनी कम हो गई है कि अब इसे देख पाना भी मुश्किल है।
#4
आय-आय
आय-आय मेडागास्कर के कुछ हिस्सों में पाया जाने वाला एक अनोखा जानवर है, जिसकी पहचान लंबी उंगलियों से होती है।
यह जानवर रात में सक्रिय रहता है और अपनी लंबी उंगलियों की मदद से पेड़ों पर चढ़ता है।
हालांकि, इस जानवर को देखने का मौका बहुत कम लोगों को ही मिलता है क्योंकि इसकी संख्या बहुत कम रह गई है। इसके अनोखे गुणों और दुर्लभता के कारण इसे देख पाना भी मुश्किल हो गया है।
#5
ओकापी
ओकापी कांगो देश का एक अनोखा जानवर है, जिसकी पहचान उसके शरीर पर काले-धारी सफेद धारियों से होती है।
यह जानवर जंगलों में रहता है और इंसानों से दूर रहता है, जिससे इसे देख पाना बहुत मुश्किल है।
इसकी संख्या भी काफी कम है, जिससे इसकी पहचान और भी मुश्किल हो जाती है। इसके अनोखे गुणों और दुर्लभता के कारण इसे देख पाना भी मुश्किल हो गया है।