ठंड के मौसम में बच्चों को न खिलाएं ये चीजें, हो सकती है समस्या
ठंड के मौसम में बच्चों को कौन से खाद्य पदार्थ खिलाना सही है और कौन से नहीं, इन बातों का ख्याल रखे बिना उन्हें कुछ भी खिलाना खतरे से खाली नहीं है। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें ठंड के मौसम में बच्चों को बिल्कुल नहीं खिलाना चाहिए क्योंकि इन खाद्य पदार्थों का सेवन बच्चों के लिए समस्याओं का सबब बन सकता है।
मेयोनीज
मेयोनीज हिस्टामाइन नामक रसायन कंपाउंड से भरपूर मानी जाती है जो शरीर को एलर्जी से लड़ने में मदद करता है, लेकिन ठंड के मौसम से बच्चों को इस रसायन कंपाउंड से युक्त खाद्य पदार्थों को खिलाने से न सिर्फ बलगम बनने का खतरा रहता है बल्कि गले की समस्याएं भी होने लगती हैं। बता दें कि हिस्टामाइन मेयोनीज के अलावा एवोकाडो, मशरूम सिरका, टमाटर, छाछ, अचार और खमीर युक्त खाद्य पदार्थों में भी पाया जाता है।
तैलीय खाद्य पदार्थ
तैलीय खाद्य पदार्थों को खाने से लार या फिर बलगम गाढ़ा हो जाता है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि ठंड के मौसम में तैलीय खाद्य पदार्थों को बच्चों से दूर रखा जाए। बेहतर होगा कि आप ठंड के मौसम में खाना पकाने के लिए घी या फिर मक्खन जैसी चीजों के बजाए वेजिटेबल ऑयल का इस्तेमाल करें क्योंकि इससे बच्चे सर्दियों में होने वाले नुकसान से बच सकते हैं।
अधिक मीठे खाद्य पदार्थ
अधिकतर बच्चे टोफी और चॉकलेट जैसी मीठी चीजें को खाना बेहद पसंद करते हैं, लेकिन क्या आप इस बात से वाकिफ हैं कि मौसम चाहें कोई भी हो इन चीजों के अधिक सेवन से वाइट ब्लड सेल पर नकारात्मक असर पड़ता है। वाइट ब्लड सेल संक्रमण और बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं और अधिक मीठे से इनकी संख्या कम होती जाती है। इसलिए बहुत अधिक मीठा खाने से बच्चों में संक्रमण और बीमारी फैलने का खतरा रहता है।
डेयरी प्रोडक्ट्स
सुनने में भले ही आपको अजीब लगे लेकिन डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे पनीर, क्रीम या फिर क्रीम से बनने वाली चीजों का सेवन करने से बच्चों की लार व बलगम गाढ़ा हो जाता है, जो लंबे समय तक ठीक न होने वाली गले की समस्या का कारण बन सकता है। वहीं, इससे उन्हें खाना या पानी को निगलने में काफी समस्या हो सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप अपने बच्चों को ऐसे डेयरी प्रोडक्ट्स से दूर ही रखें।