
फटी लिवर की समस्या है तो भूल से भी कच्ची न खाएं ये 5 चीजें
क्या है खबर?
फैटी लिवर एक ऐसी स्थिति है, जिसमें लिवर में चर्बी की मात्रा बढ़ जाती है। इस समस्या में कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि ये लिवर पर अतिरिक्त दबाव डाल सकते हैं और स्थिति को और बिगाड़ सकते हैं। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बताते हैं, जिनका कच्चा सेवन फैटी लिवर के रोगियों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
#1
टमाटर
टमाटर में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो फैटी लिवर के रोगियों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। कच्चे टमाटर का सेवन करने से लिवर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे समस्या बढ़ सकती है। इसलिए बेहतर है कि फैटी लिवर वाले लोग टमाटर का इस्तेमाल सलाद या अन्य कच्चे व्यंजनों में न करें। इसके बजाय सूप या ग्रेवी वाले व्यंजनों में टमाटर का उपयोग करें।
#2
खीरा
खीरा शरीर को ठंडक पहुंचाने वाला एक पौष्टिक आहार है, लेकिन इसका कच्चा सेवन फैटी लिवर के रोगियों के लिए सही नहीं माना जाता है। खीरे में भी कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो लिवर पर दबाव डाल सकते हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को प्रभावित कर सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि फैटी लिवर वाले लोग कच्चे खीरे का सेवन करने से बचें।
#3
पालक
पालक एक पौष्टिक पत्तेदार सब्जी है, लेकिन इसका कच्चा सेवन भी फैटी लिवर के रोगियों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। पालक में कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो लिवर पर अतिरिक्त बोझ डाल सकते हैं। इसके अलावा कच्चे पालक के सेवन से पाचन क्रिया पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि फैटी लिवर वाले लोग कच्चे पालक का सेवन करने से बचें।
#4
चना
चना प्रोटीन का अच्छा स्रोत माना जाता है, लेकिन इसका कच्चा सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। दरअसल, कच्चे चने में कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो पाचन क्रिया को प्रभावित कर सकते हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद कुछ तत्व फैटी लिवर वाले लोगों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि फैटी लिवर वाले लोग कच्चे चने का सेवन करने से बचें और इसे पकाकर खाएं।
#5
कच्चे आम
कच्चे आम का सेवन भी फटी लिवर के रोगियों के लिए हानिकारक हो सकता है। कच्चे आम में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो खून में हेमोग्लोबिन की मात्रा को कम कर सकते हैं और पाचन पर भी दबाव डाल सकते हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद कुछ तत्व फैटी लिवर वाले लोगों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि फैटी लिवर वाले लोग कच्चे आम का सेवन करने से बचें।