जलोदर: जानिए पेट से जुड़ी इस बीमारी के कारण, लक्षण और बचने के उपाय
व्यस्त जीवनशैली के चलते कई लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही बरतने लगते हैं, जिसके परिणामस्वरूप कई तरह की बीमारियां उनके शरीर को अपना घर बना सकती हैं। जैसे जलोदर (Ascites) की समस्या, जिसमें पेट पानी से भर जाता है और फूला हुआ नजर आता है, जिसके कारण शरीर के कई अंगों की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है। आइए आज हम आपको इसी बीमारी से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताते हैं ताकि समय रहते आप इससे बच सकें।
जलोदर के कारण
लंबे समय से शराब का सेवन जलोदर का कारण हो सकता है। इसके अलावा, फैटी लीवर की समस्या या फिर लीवर की नसों में खून के थक्के जमना भी जलोदर होने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं, हृदय की पम्प करने की क्षमता का कमजोर होना भी जलोदर की समस्या को उत्पन्न कर सकता है। इसी के साथ एपेंडिक्स, पेट, अंडाशय, गर्भाशय, अग्नाशय और किडनी से जुड़ी समस्याओं से भी जलोदर का खतरा हो सकता है।
जलोदर से जुड़े लक्षण
पेट का फुलना, पेट में दर्द का बना रहना, पेट में ऐंठन होना और जल्द पेट भरने का एहसास होना जलोदर के प्रमुख लक्षण हैं। इसके अतिरिक्त सांस लेने में तकलीफ होना भी जलोदर का लक्षण है। पैर के निचले हिस्से में सूजन और चलने-फिरने में तकलीफ महसूस होना भी जलोदर से जुड़े लक्षण हो सकते हैं। बुखार, उल्टी और मतली जैसी समस्याएं भी जलोदर का संकेत हो सकती हैं।
जलोदर का कैसे पता लगाया जा सकता है?
जलोदर का पता लगाने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें ताकि वह शारीरिक जांच और टेस्ट के बाद आपको इस समस्या के बारे में बता सके। इसके लिए डॉक्टर आपको इलेक्ट्रोलाइट टेस्ट, यूरीन टेस्ट, लीवर फंक्शन टेस्ट और किडनी फंक्शन टेस्ट आदि में से किसी एक टेस्ट को कराने का सुझाव दे सकते हैं। इसके अलावा, डॉक्टर आपको पेट का अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दे सकते हैं ताकि पेट में मौजूद तरल पदार्थों के स्तर का पता चल सके।
जलोदर से बचने के उपाय
अगर आप जलोदर की समस्या से बचकर रहना चाहते हैं तो बेहतर होगा कि आप अपनी जीवनशैली को स्वस्थ रखने की कोशिश करें। उदाहरण के लिए, नियमित तौर पर संतुलित आहार का सेवन करें और धूम्रपान, शराब और जंक फूड आदि चीजों का सेवन न करें। इसके अलावा, समय से सोने और समय से जागने का नियम बना लें। इसी के साथ नियमित तौर पर कुछ हल्की-फुल्की एक्सरसाइज भी करें।