इन जानवरों का चेहरा प्राकृतिक रूप से होता है रंगीन, जानिए इनके बारे में
क्या है खबर?
आमतौर पर हम जानवरों को एकसमान रंग के ही देखते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं, जो अपने शरीर के कुछ हिस्सों पर अलग-अलग रंगों के कारण काफी मशहूर हैं। इसके अतिरिक्त कुछ जानवरों की बात करें तो उनके चेहरे पर प्राकृतिक रूप से रंग होता है। आइए आज हम आपको पांच ऐसे जानवरों के बारे में बताते हैं, जिनके चेहरे पर प्राकृतिक रूप से अलग-अलग रंग होते हैं।
#1
मैंड्रिल
मैंड्रिल एक प्रकार का बंदर है, जो पश्चिमी मध्य अफ्रीका के वर्षा वन में पाया जाता है। इस प्रजाति के बंदरों के चेहरे पर नीले और पीले रंग के साथ-साथ लाल और सफेद रंग भी होता है। इनके शरीर के नीचे के हिस्से पर भी नीले, हरे, पीले और लाल रंग के पैच होते हैं। इनका यह रंग इन्हें अपने ही झुंड में पहचानने में मदद करता है।
#2
गिरगिट
गिरगिट यानी गिलहरियों की तरह दिखने वाली छिपकलियां, जो अपने रंग को प्राकृतिक रूप से बदल सकती हैं। हालांकि, ये रंगों का चयन खुद नहीं कर सकती हैं। ये रंग उनके शरीर के तापमान, आसपास के तापमान, भावनाओं और तनाव के स्तर पर निर्भर करते हैं। बता दें कि गिरगिट का रंग हरे, नीला, लाल, पीला, नारंगी, बैंगनी और भूरा हो सकता है। ये जानवर अफ्रीका, मेडागास्कर, अरब प्रायद्वीप और दक्षिण यूरोप में पाए जाते हैं।
#3
मैकाव
मैकाव भी एक प्रकार का तोता होता है, जो अपने रंग के कारण प्राकृतिक रूप से नहीं बल्कि किसी चीज के कारण होता है। इसका कारण है कि मैकाव अपने शरीर के तापमान को नियंत्रित करने के लिए अपने शरीर के रंग को बदलता है। इसके अलावा मैकाव रंगों की पहचान करने में सबसे आगे है। इसका मतलब यह नहीं है कि मैकाव रंगों का आनंद ले सकता है।
#4
कॉकाटील
कॉकाटील एक प्रकार का तोता है, जो ऑस्ट्रेलिया, न्यू गिनी में पाया जाता है। इनका रंग हरा, नीला, लाल, पीला, नारंगी, गुलाबी और बैंगनी होता है। इनका चेहरा भी काफी रंगीन होता है। ये तोते काफी चंचल होते हैं और 10 से 15 साल तक जीवित रहते हैं। इनका वजन 80 से 120 ग्राम तक हो सकता है। इसके अलावा इनकी लंबाई 30 से 50 सेंटीमीटर तक होती है।