
हिमालय की गोद में बसे हैं ये गांव, इनकी खूबसूरती देख हो जाएंगे मंत्रमुग्ध
क्या है खबर?
उत्तराखंड के हिमालयी गांव अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाने जाते हैं।
यहां की हरी-भरी वादियां, साफ हवा और स्थानीय संस्कृति का अनुभव करने का मौका मिलता है। ये गांव शहरी जीवन की भागदौड़ से दूर एक नई ताजगी देते हैं।
इस लेख में हम उत्तराखंड के कुछ ऐसे ही छुपे खजानों की बात करेंगे, जहां जाकर आप प्रकृति के करीब आ सकते हैं।
#1
चोपता
चोपता को 'मिनी स्विट्जरलैंड' कहा जाता है। यह जगह अपने हरे-भरे घास के मैदानों और बर्फ से ढके पहाड़ों के लिए प्रसिद्ध है।
यहां ट्रेकिंग का मजा लिया जा सकता है, खासकर तुंगनाथ मंदिर तक की यात्रा अद्भुत होती है।
चोपता में ठहरने के लिए कई छोटे होटल और होमस्टे उपलब्ध हैं, जो स्थानीय भोजन और आतिथ्य प्रदान करते हैं।
यहां की सुबह बेहद खूबसूरत होती है जब सूरज की पहली किरणें बर्फ पर पड़ती हैं।
#2
मुनस्यारी
मुनस्यारी साहसिक गतिविधियों के शौकीनों के लिए एक आदर्श स्थान है। यह जगह पंचाचूली पर्वत श्रृंखला से घिरी हुई है, जो इसे एक शानदार दृश्य प्रदान करती है।
यहां आप ट्रेकिंग, स्कीइंग और कैंपिंग जैसी रोमांचक गतिविधियों का मजा ले सकते हैं। मुनस्यारी में स्थानीय बाजार भी घूमने लायक होते हैं, जहां आपको सुंदर हस्तशिल्प और ऊनी कपड़े मिलेंगे।
यहां की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण हर पर्यटक को अपनी ओर आकर्षित करता है।
#3
कौसानी
कौसानी को महात्मा गांधी ने 'भारत का स्विट्जरलैंड' कहा था। यह जगह अपने चाय बागानों और अनोखे सूर्यास्त दृश्यों के लिए जानी जाती है।
कौसानी में आप गांधी आश्रम भी देख सकते हैं जहां उन्होंने कुछ समय बिताया था।
यहां ठहरने वाले पर्यटक अक्सर ध्यान लगाते हुए या किताब पढ़ते हुए समय बिताते हैं क्योंकि यह स्थान मानसिक शांति प्रदान करता है।
#4
लोहाघाट
लोहाघाट इतिहास प्रेमियों को आकर्षित करता है क्योंकि यहां कई प्राचीन मंदिर और किले स्थित हैं, जिनका ऐतिहासिक महत्व बहुत अधिक है।
इस क्षेत्र में स्थित अभयारण्य भी वन्यजीव प्रेमियों को आकर्षित करते हैं, जहां विभिन्न प्रकार की पक्षी प्रजातियां देखी जा सकती हैं।
लोहाघाट में ठहरने वाले पर्यटक अक्सर आसपास की छोटी पहाड़ियों पर ट्रेकिंग करते हुए प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते रहते हैं।
#5
पिथौरागढ़
पिथौरागढ़ उत्तराखंड का एक खास स्थान है, जो अपनी सांस्कृतिक धरोहर और पारंपरिक त्योहारों के लिए प्रसिद्ध है।
यहां कई पुराने मंदिर हैं, जिनकी वास्तुकला बहुत सुंदर होती है। इन मंदिरों में स्थानीय संस्कृति की झलक मिलती है, जो पर्यटकों को आकर्षित करती है।
पिथौरागढ़ में समय बिताने वाले लोग यहां के पारंपरिक त्योहारों का आनंद लेते हैं, जिनमें नाच-गाना और स्थानीय व्यंजन शामिल होते हैं।