
तमिलनाडु की संस्कृति का अहम हिस्सा हैं ये 5 लोक नृत्य, जानिए इनके बारे में
क्या है खबर?
तमिलनाडु का लोक नृत्य अपनी विविधता और परंपरा के लिए जाना जाता है।
यह राज्य भारत के दक्षिणी भाग में स्थित है और यहां के लोक नृत्य न केवल मनोरंजन का साधन हैं, बल्कि संस्कृति और परंपरा को भी जीवित रखते हैं। तमिलनाडु के लोक नृत्य में संगीत, नृत्य और नाटक का संगम होता है।
आइए आज हम आपको तमिलनाडु के 6 प्रमुख लोक नृत्य के बारे में बताते हैं, जो अपनी अनोखी शैली के लिए मशहूर हैं।
#1
भरतनाट्यम
भरतनाट्यम भारत का सबसे पुराना और पारंपरिक लोक नृत्य है, जो तमिलनाडु से शुरू हुआ है।
यह नृत्य कला न केवल सुंदर है, बल्कि इसमें धार्मिक और आध्यात्मिक तत्व भी शामिल होते हैं। भरतनाट्यम में कड़ी मेहनत और अनुशासन की जरूरत होती है।
इसके लिए पारंपरिक संगीत और संगीत के सामान का उपयोग किया जाता है। इसमें कलाकार की पोशाक, मेकअप और गहने भी बहुत अहम होते हैं। यह नृत्य कला दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देती है।
#2
बम्बर नृत्य
बम्बर नृत्य तमिलनाडु का एक अनोखा लोक नृत्य है, जिसमें कलाकार लंबे बांस के टुकड़ों का उपयोग करते हैं।
इस नृत्य में कलाकार बांस के टुकड़ों पर तेजी से नाचते हुए अलग-अलग आकृतियां बनाते हैं।
बम्बर नृत्य मुख्य रूप से त्योहारों और समारोहों में किया जाता है। यह नृत्य कला देखने में बहुत ही रोमांचक और मनोरंजक है, जो दर्शकों को खुशियों से भर देती है।
#3
करकट्टम
करकट्टम एक पारंपरिक तमिल लोक नृत्य है, जिसे अक्सर देवताओं की पूजा के दौरान किया जाता है।
इस नृत्य में कलाकार रंग-बिरंगे कपड़े पहनकर सिर पर मिट्टी की छोटी-छोटी गुड़िया रखते हुए नाचते हैं।
करकट्टम में संगीत, ताल और नृत्य का मेल होता है, जो इसे बहुत ही आकर्षक बनाता है। यह नृत्य कला देखने में बेहद मनोहर है, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देती है।
#4
कावड़ी अट्टम
कावड़ी अट्टम तमिलनाडु का एक प्रमुख लोक नृत्य है, जिसमें कलाकार कावड़ी नामक लकड़ी की छड़ी का उपयोग करते हैं।
इस नृत्य में कलाकार कावड़ी को सिर पर रखकर अलग-अलग मुद्राएं बनाते हुए नाचते हैं।
कावड़ी अट्टम मुख्य रूप से त्योहारों और समारोहों में किया जाता है। यह नृत्य कला देखने में बहुत ही रोमांचक और मनोरंजक है, जो दर्शकों को खुशियों से भर देती है।
#5
देवरट्टम
देवरट्टम तमिलनाडु का एक धार्मिक लोक नृत्य है, जिसे मंदिरों में किया जाता है। इस नृत्य में कलाकार देवी-देवताओं की पूजा करते हुए नाचते हैं।
देवरट्टम में कलाकार खास कपड़े पहनते हैं और पारंपरिक संगीत का उपयोग करते हैं। यह नृत्य कला देखने में बेहद मनोहर है, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देती है।
इन सभी लोक नृत्य से पता चलता है कि तमिलनाडु की संस्कृति कितनी समृद्ध और विविधतापूर्ण है।