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ओडिशा के प्रमुख 5 लोक नृत्य, जानिए इनके बारे में
ओडिशा के प्रमुख लोक नृत्य

ओडिशा के प्रमुख 5 लोक नृत्य, जानिए इनके बारे में

लेखन अंजली
Jun 28, 2025
08:48 am

क्या है खबर?

भारत में हर राज्य का अपना एक अलग और अनोखा लोक नृत्य है, जो वहां की संस्कृति, परंपराओं और रीति-रिवाजों को दर्शाता है। अगर बात ओडिशा की करें तो वहां के लोक नृत्य न केवल मनोरंजन करते हैं, बल्कि वहां के लोगों की परंपराओं को भी दर्शाते हैं। आइए आज हम आपको ओडिशा के पांच प्रमुख लोक नृत्य के बारे में बताते हैं, जो इस राज्य की संस्कृति का अहम हिस्सा हैं।

#1

छऊ 

छऊ नृत्य ओडिशा के प्रमुख और पारंपरिक लोक नृत्य में से एक है, जो ओडिशा के सुंदरगढ़, पुरी और मयूरभंज जैसी जगहों पर किया जाता है। यह नृत्य युद्ध और उससे जुड़े पहलुओं को दिखाता है, जिसमें कलाकार योद्धा की वेशभूषा पहनकर युद्ध का प्रदर्शन करते हैं। इस नृत्य में रामायण, महाभारत और अन्य धार्मिक कहानियों के पात्रों को दिखाया जाता है। यह नृत्य पारंपरिक संगीत के साथ किया जाता है।

#2

ओडिसी 

ओडिशी भारत के सबसे पुराने शास्त्रीय नृत्य रूपों में से एक है, जो ओडिशा का पारंपरिक नृत्य है। यह मंदिरों की दीवारों पर उकेरे गए चित्रों से प्रेरित है और इसमें जटिल मुद्राएं, शारीरिक अभिव्यक्तियां और लयबद्ध गति शामिल होती हैं। ओडिशी नृत्य में नर्तक पारंपरिक संगीत का सामान का उपयोग करते हैं और इसकी प्रस्तुति में रंग-बिरंगे कपड़े और पारंपरिक गहनों का उपयोग किया जाता है। यह नृत्य ओडिशा की संस्कृति और धरोहर को दर्शाता है।

#3

गोटिपुआ

गोटिपुआ ओडिशा का एक अनोखा लोक नृत्य है, जिसमें छोटे लड़के लड़कियों के कपड़े पहनकर प्रदर्शन करते हैं। यह नृत्य पारंपरिक ओडिशी संगीत के साथ किया जाता है और इसमें रंग-बिरंगे परिधान और गहनों का उपयोग किया जाता है। गोटिपुआ नृत्य में नर्तक पारंपरिक संगीत का सामान का उपयोग करते हैं और इसकी प्रस्तुति में रंग-बिरंगे कपड़े और पारंपरिक गहनों का उपयोग किया जाता है। यह नृत्य ओडिशा की संस्कृति और धरोहर को दर्शाता है।

#4

चैती घोड़ा

चैती घोड़ा ओडिशा का एक लोकप्रिय लोक नृत्य है, जो विशेष रूप से चैत्र मास के दौरान मनाए जाने वाले चैती उत्सव पर किया जाता है। इसमें घोड़े की आकृति बनाई जाती है, जिसे कलाकार अपने शरीर से नियंत्रित करते हैं। यह नृत्य खुशियों और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है और इसमें पारंपरिक संगीत का उपयोग किया जाता है। चैती घोड़ा ओडिशा की संस्कृति और धरोहर को दर्शाता है।

#5

डालखाई

डालखाई ओडिशा का एक पारंपरिक लोक नाच है, जिसे महिलाएं त्योहारों पर प्रस्तुत करती हैं। इसमें महिलाएं लाल-सफेद कपड़ों में सज-धजकर तालियों की धुन पर नाचती हैं। यह नाच खुशियों और उत्साह का प्रतीक माना जाता है और इसमें पारंपरिक संगीत का सामान का उपयोग किया जाता है। डालखाई नाच ओडिशा की संस्कृति और धरोहर को दर्शाता है और इसे देखने वाले दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देता है।