बाली घूमने जा रहे हैं? वहां जरूर करें इन 5 कम चर्चित मंदिरों के दर्शन
क्या है खबर?
बाली इंडोनेशिया का खूबसूरत प्रांत है, जो अपने मनमोहक नजारों, प्राकृतिक सुंदरता और शानदार समुद्र तटों के लिए जाना जाता है। इसे 'भगवानों की नगरी' भी कहा जाता है और यहां के लोग हिंदू धर्म का पालन करते हैं। यही कारण है कि बाली कई ऐतिहासिक मंदिरों का घर है, जिनके दर्शन करके आपको आत्मिक शांति मिल जाएगी। अगर आप इस जगह की यात्रा पर जा रहे हैं तो यहां के इन कम चर्चित मंदिरों के दर्शन करना न भूलें।
#1
पुरा लुहुर बटुकारू
बाली के माउंट बटुकारू की ढलान पर एक खूबसूरत मंदिर बसा हुआ है, जिसे पुरा लुहुर बटुकारू कहते हैं। यह बाली के 9 दिशात्मक मंदिरों में से एक है, जो 11वीं शताब्दी में बनाया गया था। मान्यताओं के अनुसार, यह मंदिर पूरे द्वीप को बुरी आत्माओं से बचाकर रखता है। 1,300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर हमेशा बादलों और कोहरे से ढका रहता है। यह मंदिर बटुकरू पर्वत के देवता महादेव को समर्पित है।
#2
पुरा बेजी
पुरा बेजी बुलेलेंग के संगसिट गांव का एक प्रसिद्ध मंदिर है, जिसका निर्माण 15वीं सदी में हुआ था। यह चावल की देवी श्री जी को समर्पित है, जिनकी पूजा करने से फसल अच्छी होती है। मंदिर के दरवाजे से लेकर परिसर तक, सभी दीवारों पर सुंदर नक्काशी की गई है। इस मंदिर में प्रवेश करने के लिए आपको पारंपरिक सारोंग और सैश पहनना होगा, जो बाहर की दुकानों पर मिल जाता है।
#3
पुरा केहेन
पुरा केहेन बंगाली में स्थित प्राचीन बाली-हिंदू मंदिर है। इसे पूर्व बंगाली साम्राज्य के 'मातृ मंदिर' के नाम से जाना जाता है और यह अग्नि देवता को समर्पित है। इस मंदिर की खासियत यह है कि यह पत्थर से बना है, जिस पर बारीक नक्काशी की गई है। यह मंदिर एक पहाड़ी पर बना है और इस तक पहुंचने के लिए 38 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। इस मंदिर में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों वाली नक्काशी भी की गई है।
#4
पुरा डालेम सेमा
उबुद बाली का सबसे प्रसिद्ध स्थान है, जिसके पास स्थित पदांग तेगल गांव में एक खूबसूरत मंदिर बना हुआ है। इसे पुरा डालेम सेमा कहा जाता है, जिसे लोग 'मृत्यु का मंदिर' भी कहते हैं। इस मंदिर में भगवान शिव और देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है। इस मंदिर में बाली के राक्षसों और दानव रानी रंगदा आदी की डरावनी या राक्षसी रूप वाली मूर्तियां विराजमान हैं। इस मंदिर की शांति ही इसकी सबसे बड़ी खूबी है।
#5
पुरा गुनुंग कवी
पुरा गुनुंग कावी बाली का एक 11वीं शताब्दी वाला मंदिर है। यह एक चट्टान पर स्थित 10 बड़े पत्थरों से बने छोटे मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है, जिस वजह से इसे 'राजाओं की घाटी' नाम दिया गया था। यहां उदयन राजवंश के राजा अनक वुंगसू और उनके परिवार की पूजा की जाती है। कहते हैं कि इसी मंदिर परिसर में इस परिवार के लोगों को दफनाया भी गया था। मान्यताओं के अनुसार, मंदिर को एक रात में बनाया गया था।