भारतीय लोक संगीत के बारे में जानना चाहते हैं? पढ़े ये 5 रोमांचक किताबें
भारतीय लोक संगीत एक समृद्ध और अलग-अलग विरासत है, जो हमारी संस्कृति का एक जरूरी हिस्सा है। यह संगीत अलग-अलग क्षेत्रों, समुदायों और परंपराओं से जुड़ा हुआ है। अगर आप इस विषय में गहराई से जानना चाहते हैं तो यहां कुछ ऐसी हिंदी किताबें हैं, जो आपको इस यात्रा में साथ देंगी। ये किताबें न केवल संगीत प्रेमियों के लिए बल्कि उन लोगों के लिए भी अहम हैं, जो भारतीय लोक संगीत की जड़ों को समझना चाहते हैं।
राग यात्रा (पंडित मलिकार्जुन मंसूर की जीवन यात्रा)
यह किताब एक महान भारतीय शास्त्रीय संगीतकार पंडित मलिकार्जुन मंसूर की जीवन यात्रा पर केंद्रित है। मूल रूप से कन्नड़ में लिखी गई इस किताब का अनुवाद उनके पुत्र पंडित राज शेखर मंसूर ने किया है। यह किताब न केवल पंडित जी के संगीतिक योगदान को दर्शाती है, बल्कि उनके जीवन के सरल और समर्पित पक्ष को भी उजागर करती है। यह उन लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण है, जो भारतीय शास्त्रीय संगीत के बारे में जानना चाहते हैं।
हिंदुस्तानी संगीत की खोई दुनिया (कुमार प्रसाद मुखर्जी)
कुमार प्रसाद मुखर्जी द्वारा लिखित यह किताब हिंदुस्तानी संगीत के इतिहास, इसके कई घरानों और महान संगीतकारों की कहानियों को समेटे हुए है। यह किताब खयाल, ध्रुपद और ठुमरी जैसी अलग-अलग शैलियों के साथ-साथ जयपुर, पटियाला, आगरा और ग्वालियर जैसे घरानों के बारे में विस्तार से बताती है। यह किताब न केवल संगीत प्रेमियों के लिए बल्कि उन लोगों के लिए भी एक अहम संदर्भ है, जो भारतीय संगीत की जड़ों को समझना चाहते हैं।
राग्स अराउंड द क्लॉक: नॉर्थ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक हैंडबुक (डेविड क्लार्क और विजय राजपूत)
यह किताब मूल रूप से अंग्रेजी में है, लेकिन इसका महत्व इतना अहम है कि इसे हिंदी में अनुवादित करने की जरूरत हो सकती है। यह हैंडबुक नॉर्थ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक के सिद्धांत और अभ्यास पर केंद्रित है, जिसमें रागों के समय चक्र, बंदिश टेक्स्ट्स और खयाल शैली की ऑनलाइन रिकॉर्डिंग्स शामिल हैं। डेविड क्लार्क और विजय राजपूत द्वारा लिखित यह किताब संगीत शिक्षा के लिए एक खास संसाधन है।
संगीत की कक्षा (पंडित विनय चंद्र मुद्गल)
पंडित विनय चंद्र मुद्गल द्वारा लिखित यह किताब भारतीय शास्त्रीय संगीत के मूल सिद्धांतों और इसके अभ्यास के तरीकों पर केंद्रित है। यह किताब न केवल संगीत छात्रों के लिए बल्कि उन लोगों के लिए भी उपयोगी है जो इस कला को गहराई से समझना चाहते हैं। इसमें रागों की विविधता, तालों की जानकारी और संगीत के अलग-अलग पहलुओं का विस्तार से बताया गया है।
भारतीय संगीत का इतिहास (ठाकुर जयदेव सिंह)
ठाकुर जयदेव सिंह द्वारा लिखी यह किताब भारतीय संगीत के ऐतिहासिक विकास को दर्शाती है। इसमें वेदिक काल से लेकर आधुनिक समय तक संगीत के कई रूपों और शैलियों का विस्तृत वर्णन है। यह किताब संगीत प्रेमियों के लिए एक अहम संदर्भ है, जो उन्हें भारतीय संगीत की समृद्ध विरासत को समझने में मदद करती है। यह किताब उन सभी लोगों के लिए उपयोगी है, जो इस कला को प्यार करते हैं और इसके बारे में जानना चाहते हैं।