
खुश रहने के लिए जरूरी है 'हैप्पी हार्मोन', इन 5 आदतों से हो सकता है प्रभावित
क्या है खबर?
शरीर में कई ऐसे हार्मोन होते हैं, जो हमें खुश और शांत रखने में मदद करते हैं। इन्हें 'हैप्पी हार्मोन्स' भी कहा जाता है।
इनमें से एक है सेरोटोनिन, जो हमें खुश रखने के साथ-साथ कई जरूरी शारीरिक कार्यों में भी मदद करता है।
आइए आज हम आपको कुछ ऐसी आदतों के बारे में बताते हैं, जो सेरोटोनिन के स्तर को प्रभावित कर सकती हैं और आपको तनावग्रस्त और उदास बना सकती हैं।
#1
नींद पूरी न करना
नींद की कमी सेरोटोनिन के स्तर को प्रभावित कर सकती है।
अगर आप पूरी तरह से आराम नहीं करते हैं तो इसका असर आपके मूड और ऊर्जा पर पड़ सकता है।
रोजाना 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी है ताकि आपका शरीर और दिमाग पूरी तरह से आराम कर सकें।
इसके अलावा सोने से पहले मोबाइल या टीवी देखने से बचें और एक शांत और आरामदायक वातावरण में सोने की कोशिश करें।
#2
ज्यादा मीठा खाना
ज्यादा मीठा खाने से सेरोटोनिन के स्तर पर बुरा असर पड़ सकता है। इससे आपका मूड खराब हो सकता है और आप चिड़चिड़े हो सकते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप अपने खाने में कम मीठे वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें और ताजे फलों का सेवन करें।
इसके अलावा मीठे पेय पदार्थों से भी दूरी बनाएं और पानी या नारियल पानी पिएं। इससे आपका स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा और आप खुश भी रहेंगे।
#3
अधिक तनाव में रहना
तनाव भी सेरोटोनिन के स्तर को प्रभावित कर सकता है।
इससे बचने के लिए रोजाना कुछ मिनट ध्यान करने से आपका मन शांत रहेगा और आप ज्यादा खुश महसूस करेंगे।
इसके अलावा यह आपकी एकाग्रता क्षमता को भी सुधार सकता है और आपको तनावमुक्त रख सकता है। ध्यान के दौरान गहरी सांस लेने का अभ्यास करें और अपने विचारों को नियंत्रित करने की कोशिश करें।
#4
एक्सरसाइज न करना
एक्सरसाइज न करने से भी हैप्पी हार्मोन प्रभावित होते हैं।
नियमित रूप से योग या अन्य प्रकार की एक्सरसाइज करने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है बल्कि मानसिक स्थिति भी सुधरती है। इससे आपका मूड अच्छा रहता है और आप ज्यादा खुश महसूस करते हैं।
इसके अलावा एक्सरसाइज करने से शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और आप तरोताजा महसूस करते हैं।
#5
अकेलापन महसूस करना
अपने दोस्तों या परिवार वालों से मिलना-जुलना भी बहुत जरूरी होता है। इससे न सिर्फ आपकी सामाजिक जिंदगी बेहतर होती है बल्कि यह सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाने में भी मदद करता है।
अपने प्रियजनों के साथ समय बिताना, हंसना-खेलना और अपनी भावनाओं को साझा करना आपके मनोबल को ऊंचा रखता है।
इसके अलावा यह आपको अकेलेपन और उदासी से भी बचाता है, जिससे आप ज्यादा खुश महसूस करते हैं।