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राजस्थान के 5 प्रमुख लोक नृत्य, जो दिखाते हैं संस्कृति की झलक 
राजस्थान के लोक नृत्य

राजस्थान के 5 प्रमुख लोक नृत्य, जो दिखाते हैं संस्कृति की झलक 

लेखन अंजली
Jun 26, 2025
11:57 am

क्या है खबर?

राजस्थान के लोक नृत्य यहां की संस्कृति और परंपरा को दर्शाते हैं। ये नृत्य न केवल देखने में सुंदर हैं, बल्कि इनका इतिहास भी समृद्ध है। घूमर, तेहर ताली, गेर, कच्ची घोड़ी और भवाई जैसे लोक नृत्य राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा हैं। इन नृत्य में पारंपरिक संगीत का उपयोग होता है और ये विशेष अवसरों पर प्रस्तुत किए जाते हैं। आइए इन लोक नृत्यों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

#1

घूमर

घूमर राजस्थान का एक बहुत ही लोकप्रिय लोक नृत्य है, जिसे महिलाएं प्रस्तुत करती हैं। इस नृत्य में महिलाएं रंग-बिरंगे लहंगे पहनकर घूमर गाती हैं और थालियों को अपने सिर पर रखकर नाचती हैं। यह नृत्य विशेष अवसरों जैसे त्योहारों और शादी-ब्याह पर किया जाता है। घूमर में महिलाएं अपने हाथों में घुंघरू बांधकर ताल देती हैं, जिससे संगीत की मधुर धुन पैदा होती है। यह नृत्य राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर का एक अहम हिस्सा है।

#2

तेरह ताली

तेरह ताली राजस्थान का एक खास लोक नृत्य है, जिसे पुरुष प्रस्तुत करते हैं। इस नृत्य में पुरुष अपने हाथों पर थालियां रखकर ताल देते हैं और अलग-अलग तरह के संगीत वाद्ययंत्रों का उपयोग करते हैं। तेरह ताली विशेष अवसरों जैसे त्योहारों और समारोहों पर किया जाता है। इस नृत्य में पुरुष अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए दर्शकों का मनोरंजन करते हैं। यह नृत्य राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर का एक अहम हिस्सा है।

#3

गेर नृत्य

गेर नृत्य राजस्थान का एक रोमांचक लोक नृत्य है, जिसे पुरुष समूह द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। इस नृत्य में पुरुष तलवारबाजी करते हुए नाचते हैं और अपनी कुशलता का प्रदर्शन करते हैं। गेर नृत्य में पुरुष पारंपरिक वेशभूषा पहनकर नाचते हैं और अपने हाथों में तलवारें थामे रहते हैं। यह नृत्य राजस्थान की वीरता और साहस का प्रतीक माना जाता है। गेर देखने वालों को बहुत रोमांचित करता है।

#4

कच्ची घोड़ी

कच्ची घोड़ी राजस्थान का एक अनोखा लोक नृत्य है, जिसमें कलाकार घोड़े की सजावट वाली कठपुतली पहनकर नाचते हैं। इस नृत्य में कलाकार घोड़े की तरह कपड़े पहनकर प्रदर्शन करते हैं और अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। यह नृत्य खासकर शादियों और त्योहारों पर प्रस्तुत किया जाता है। कच्ची घोड़ी राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर का अहम हिस्सा है, जो देखने वालों को बहुत रोमांचित करता है।

#5

भवाई

भवाई राजस्थान का एक अनोखा स्टंट आधारित लोक नृत्य है, जिसमें महिलाएं ऊंचाई पर चढ़कर नाचती हैं। इस दौरान वे अपने सिर पर मिट्टी के घड़े रखकर नाचती जाती हैं और घड़ों को संतुलित रखती जाती हैं। भवाई देखने वालों को बहुत रोमांचित करता है और यह राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर का अहम हिस्सा है। इन सभी लोक नृत्य में राजस्थान की संस्कृति, परंपरा और कला की झलक मिलती है, जो देखने वालों को मंत्रमुग्ध कर देती है।