
उत्तराखंड की खूबसूरत झीलें और तालाबों, जिनके करीब जाकर मिल सकता है सुखद अनुभव
क्या है खबर?
उत्तराखंड को देवभूमि भी कहा जाता है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है।
यहां की झीलें विशेष रूप से उन लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं, जो शांति और सुकून की तलाश में होते हैं।
इन झीलों का साफ पानी और आसपास की हरियाली मन को एक अद्भुत शांति प्रदान करती है।
इस लेख में हम उत्तराखंड की कुछ ऐसी झीलों के बारे में जानेंगे, जो शांति प्रेमियों को जरूर देखनी चाहिए।
#1
नैनीताल झील
नैनीताल झील उत्तराखंड की सबसे प्रसिद्ध झीलों में से एक है।
यह खूबसूरत पहाड़ियों से घिरी हुई है और इसका आकार आंख जैसा दिखता है।
यहां पर बोटिंग करने का अनुभव बेहद खास होता है, जहां आप पानी पर तैरते हुए चारों ओर फैली हरियाली का आनंद ले सकते हैं।
शाम के समय जब सूरज ढलने लगता है तो इसका दृश्य मनमोहक हो जाता है।
#2
भीमताल
भीमताल अपने ऐतिहासिक महत्व और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है।
यह नैनीताल से कुछ ही दूरी पर स्थित एक बड़ी झील है, जिसका नाम महाभारत कालीन भीमसेन पर रखा गया था।
यहां आप बोटिंग कर सकते हैं या किनारे बैठकर शांत वातावरण का आनंद ले सकते हैं।
इसके बीचोबीच एक छोटा-सा द्वीप भी स्थित है, जहां तक नाव द्वारा पहुंचा जा सकता है। यह स्थान फोटोग्राफी प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं।
#3
सात ताल
सात ताल वास्तव में सात छोटी-छोटी तालाबों का समूह होता है, जो घने जंगलों से घिरा हुआ होता है।
यह स्थान उन लोगों के लिए आदर्श होता है, जो प्रकृति की गोद में समय बिताना चाहते हैं।
यहां तक पहुंचने वाला रास्ता थोड़ा कठिन हो सकता है, लेकिन जब आप वहां पहुंचते हैं तो आपको इसकी सुंदरता देखकर सारी थकान भूल जाती होगी।
पक्षी प्रेमियों को यहां कई प्रकार की पक्षी प्रजातियां देखने को मिल सकती हैं।
#4
नौकुचियाताल
नौकुचियाताल अपनी अनोखी बनावट के कारण जानी जाती है, जिसमें नौ कोने होते हैं इसलिए इसे 'नौ-कुचिया' कहा जाता है।
यह जगह बहुत ही शांत होती है, जिससे आपको मानसिक शांति मिलती होगी। यहां पैराग्लाइडिंग जैसी गतिविधियां भी उपलब्ध होती हैं, जिससे एडवेंचर पसंद लोग रोमांचित हो जाते होंगे।
इसके अलावा यहां पैदल चलकर आसपास की पहाड़ियों पर ट्रेकिंग करना भी एक अच्छा विकल्प होता है।
#5
रूपकुंड
रूपकुंड अपने रहस्यमयी कंकालों के कारण विश्व प्रसिद्ध होती है।
ऊंचाई पर स्थित इस ग्लेशियर तलाब तक पहुंचना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन साहसी यात्रियों को ये यात्रा बेहद रोमांचकारी होगी।
माना जाता है कि ये कंकाल सदियों पुराने तीर्थयात्रियों या सैनिकों के होंगे, जिनकी मृत्यु अचानक मौसम खराब होने के कारण हुई थी। हालांकि, इसकी वास्तविक कहानी आजतक रहस्य बनी हुई है।