
बारिश के दिनों को पसंद करते हैं ये 5 जानवर, जानिए इनके बारे में
क्या है खबर?
मानसून का मौसम कई जीवों को खूब भाता है। इस मौसम में कई जीवों की प्रजातियां अपने जीवन चक्र को पूरा करने के लिए बाहर निकलती हैं।
हालांकि, कुछ जीवों के लिए मानसून का मौसम किसी उत्सव से कम नहीं होता है। ऐसे कई जीव हैं, जो बारिश के मौसम में ही सक्रिय हो जाते हैं और अपने जीवन की अधिकांश गतिविधियां बारिश के दिनों में ही करते हैं।
आइए ऐसे ही कुछ जीवों के बारे में जानते हैं।
#1
मेंढक और टोड्स
बारिश के मौसम में मेंढक और टोड्स बाहर निकलते हैं और जोर-जोर से टर्र-टर्र की आवाज करते हैं।
ये जीव भीगने के बाद ही सक्रिय हो जाते हैं। साथ ही ये अपने अंडों को पानी में ही देते हैं ताकि अंडों से निकले बच्चे पानी से अपना संपर्क बनाए रख सकें।
आप मानसून के दौरान इन जीवों को पार्कों, बगीचों, गंदगी वाले स्थानों और यहां तक कि घरों के आसपास भी देख सकते हैं।
#2
मॉनिटर छिपकली
मॉनिटर छिपकली एक बड़ी छिपकली की प्रजाति है, जो पानी के करीब रहना पसंद करती है।
ये मानसून के दौरान अपने अंडों को पानी में ही देती हैं और अपने अंडों को सुरक्षित रखने के लिए मिट्टी के गड्ढों में रखती हैं।
ये जीव मानसून के दौरान अपने अंडों को देखना पसंद करते हैं, इसलिए बारिश के दिनों में इन्हें पार्कों और बगीचों के आसपास देखा जा सकता है।
#3
मोर
मोर को बारिश का सबसे बड़ा प्रेमी कहा जा सकता है।
बारिश के दौरान मोर अपने रंग-बिरंगे पंखों को फैलाकर नाचते हैं। यह नाच वास्तव में एक प्रेम प्रदर्शन है, जिससे मादा मोर नर मोर की ओर आकर्षित होती है।
ऐसा माना जाता है कि बारिश के मौसम में नर मोर खूब नाचते हैं ताकि वे अपनी मादा साथी को प्रभावित कर सकें।
#4
फिलीपीन ईगल
फिलीपीन ईगल फिलीपींस की एकमात्र ईगल प्रजाति है। मानसून के दौरान ये पक्षी भी अपने अंडों को पानी में ही देते हैं।
इसके अतिरिक्त ये पक्षी अपने अंडों को सुरक्षित रखने के लिए अपने अंडों को मिट्टी के गड्ढों में रखते हैं।
इनकी खासियत है कि ये अपने अंडों को देखना पसंद करते हैं इसलिए बारिश के दिनों में इन्हें पार्कों और बगीचों के आसपास देखा जा सकता है।
#5
जोंक
जोंक एक तरह का कीड़ा है, जो मानसून के दौरान सक्रिय हो जाता है।
यह बहुत ही खतरनाक जीव है, जो अपने मुख पर मौजूद चिपचिपे दांतों से अपने शिकार को काटता है और उनका खून चूसता है।
मानसून के दौरान जोंकें अपने शिकार को अधिक मात्रा में चूसने लगती हैं। हालांकि, मानसून के दौरान इनका शिकार करना आसान होता है क्योंकि इस मौसम में ये अधिक सक्रिय हो जाती हैं।