यौन शोषण मामला: अब सड़क पर प्रदर्शन नहीं, पहलवान बोले- कोर्ट में जारी रहेगी लड़ाई
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के मामले में कार्रवाई की मांग कर रहे पहलवानों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है। पिछले 5 महीनों के धरना-प्रदर्शन के बाद पहलवानों ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी करते हुए कहा है कि वो बृजभूषण के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहेंगे, लेकिन यह लड़ाई अब सड़कों पर नहीं, बल्कि कोर्ट में लड़ी जाएगी।
पहलवान बोले- सरकार के किए वादे पूरा होने का करेंगे इंतजार
पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने एक जैसे ट्वीट पोस्ट कर कहा कि सरकार ने सत्तारूढ़ भाजपा के सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करने का अपना वादा पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा, "WFI में सुधार के संबंध में वादे के अनुसार चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है। हम 11 जुलाई के चुनावों के संबंध में सरकार द्वारा किए गए वादों के पूरा होने का इंतजार करेंगे।"
पहलवानों ने किया ट्वीट
महिला पहलवानों ने सोशल मीडिया से लिया ब्रेक
बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोप में प्रदर्शन कर रही महिला पहलवान साक्षी और विनेश ने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए बताया है कि वह कुछ समय के लिए सोशल मीडिया से ब्रेक ले रही हैं।
पहलवानों ने की ट्रायल में छूट देने की अपील
इससे पहले पहलवानों ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के नाम एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने एशियाई खेलों और विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के लिए ट्रायल में छूट देने की अपील की थी। इसके बाद भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की चयन समिति ने कहा था कि प्रदर्शनकारी पहलवान 'सिंगल-बाउट' ट्रायल में प्रतिस्पर्धा करेंगे, जिसका मतलब है कि उन्हें अपनी जगह पक्की करने के लिए पहले दौर के विजेताओं के खिलाफ केवल एक अकेला मुकाबला जीतने की जरूरत होगी।
पहलवान योगेश्वर दत्त ने ट्रायल में छूट देने पर उठाए सवाल
पहलवान योगेश्वर दत्त ने IOA द्वारा प्रदर्शनकारी पहलवानों को ट्रायल में छूट देने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि कई पहलवानों ने ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन किया है, ऐसे में इन प्रदर्शनाकारी पहलवानों को ट्रायल में छूट देना उनकी समझ से बाहर है। उन्होंने कहा कि यह सरासर गलत है और समिति के इस फैसले के खिलाफ अन्य पहलवानों को अपनी आवाज उठानी चाहिए।
क्या है पहलवानों के प्रदर्शन का मामला?
एक नाबालिग पहलवान समेत 7 महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर 2 FIR दर्ज की हैं। खेल मंत्री ठाकुर ने पहलवानों को आश्वासन दिया था कि बृजभूषण के खिलाफ 15 जून तक जांच पूरी हो जाएगी और 30 जून तक WFI के चुनाव कराए जाएंगे। इसके बाद पहलवानों ने 15 जून तक आंदोलन स्थगित करने का ऐलान किया था।
अब तक क्या-क्या कार्रवाई हुई?
WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले की सुनवाई सांसद-विधायक मामलों की सुनवाई करने वाली अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (ACMM) कोर्ट में होगी और दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने यह आदेश दिया था। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट दाखिल करते हुए कोर्ट से नाबालिग पहलवान के मामले में यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (POCSO) का मामला हटाने की सिफारिश की है। इस संबंध में पुलिस ने कैंसिलेशन रिपोर्ट दाखिल की है।